तुम्हारी उपलब्धि नहीं बल्कि तुम्हारा विश्वास निर्णायक साबित होता है
(You Are Not Judged By Your Performance, You Are Judged By Your Faith)
नववर्ष २०१५ में श्रद्धावानों ने प्रेम के पौधे को बढाने का, तुलना न करने का, न्यूनगंड को जगह न देने का, विकास के लिए हर रोज रात को कम से कम १० मिनट शान्ति से बैठने का संकल्प किया है। तुम कितने बडे बडे काम करते हो इसकी अपेक्षा ‘तुम्हारा विश्वास (Faith) कितना है’ यह बात अधिक महत्त्वपूर्ण है। तुम्हारी उपलब्धि नहीं बल्कि तुम्हारा विश्वास (Faith) निर्णायक साबित होता है, इसके बारे में परमपूज्य सद्गुरू श्री अनिरुद्ध बापूनें अपने २५ दिसंबर २०१४ के प्रवचन में बताया, जो आप इस व्हिडियो में देख सकते हैं l
॥ हरि ॐ ॥ ॥ श्रीराम ॥ ॥ अंबज्ञ ॥