तुम शरीर नहीं हो जिसमें आत्मा है, बल्कि तुम वह आत्मा हो जिसके पास शरीर है
(You Are Not A Human With A Soul But You Are A Soul With A Human Body)
मानव ऐसा समझता है कि शरीर में आत्मा है, लेकिन यह गलत है। सच तो यह है कि मूलत: तुम एक आत्मा हो जिसके कार्य के लिए भगवान ने तुम्हें शरीर दिया है। मानव को चाहिए कि वह स्वयं को सत्य रूप में पहचान लें। आत्मा से ही मानव के शरीर, मन आदि को सामर्थ्य मिलता है। तुम शरीर नहीं हो जिसमें आत्मा है, बल्कि तुम वह आत्मा हो जिसके पास शरीर है (You Are Not A Human With A Soul But You Are A Soul With A Human Body), इस अल्बर्ट श्वाइत्झर के वाक्य के बारे में परमपूज्य सद्गुरू श्री अनिरुद्ध बापूनें अपने २५ दिसंबर २०१४ के प्रवचन में बताया, जो आप इस व्हिडियो में देख सकते हैं l
॥ हरि ॐ ॥ ॥ श्रीराम ॥ ॥ अंबज्ञ ॥