आफ्रीका में आतंकवाद और महामारी का खतरा बढा

नायजेरिया में ‘बोको हराम’ के हमले में २० की मौत; आतंकवादी कार्रवाइयां बढने की वजह से चिंता

आफ्रीका में आतंकवाद और महामारी का खतरा बढा

अबुजा – अमरिका और यूरोपीय देशों के साथ साथ अफ़्रीकी देशों की तरफ से आतंकवाद विरोधी मुहीम तीव्र बनाने के संकेत दिए जा रहे हैं, ऐसे में आतंकवादी संगठनों ने भी अपनी कार्रवाइयां अधिक तीव्र की हैं। रविवार को ‘बोको हराम’ इस आतंकवादी संगठन ने नायजेरिया के ‘बोर्नो स्टेट’ में किए हमले में कम से कम २० लोगों की मौत हुई है। इस हमले के दौरान स्थानीय सुरक्षा यंत्रणाओं पर सिर्फ देखते रहने का आरोप किया जा रहा है।

पिछले महीने में बोको हराम ने चाड और नायजेरिया इन दोनों देशों में एक के बाद एक आतंकवादी हमले किए थे। इन हमलों में ५० से अधिक लोगों की जान गई थी। उसके बाद फिरसे नायजेरिया को लक्ष्य बनाकर बोको हराम ने अपनी ताकत बढ़ने के संकेत दिए हैं। छह महीनों पहले नायजेरिया के लष्कर ने बोको हराम के खिलाफ संघर्ष में जीत के दावे किए थे। लेकिन उसके बाद इस संगठन के हमले बढने की वजह से नायजेरियन सुरक्षा यंत्रणाएं असफल साबित हुईं हैं।

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काँगो में एबोला के महामारी से ४४ लोगों की जान गई, डेढ़ हजार से अधिक लोगों को बाधा – जागतिक आरोग्य संघटना का दावा

आफ्रीका में आतंकवाद और महामारी का खतरा बढा

जिनीवा/किंशासा – केवल तीन महीनों पहले ३३ लोगों की जान लेनेवाले एबोला ने काँगो को फिर से एक बार झटका दिया है। पिछले हफ्ते में काँगो में फिर एक बार एबोला के महामारी का फैलाव हुआ और उसमें ४४ लोगों की जान गई है। काँगो में लगभग डेढ़ हजार लोगों को एबोला की बाधा हुई है, और यह आंकड़ा बढ़ने की आशंका जागतिक आरोग्य संघटना ने व्यक्त की है। पिछले चार दशकों में काँगो में लगभग १० बार एबोला के भयानक महामारी ने हमला किया है।

काँगो के पूर्वी भाग में देनी प्रांत में एबोला की महामारी होने की बात १ अगस्त के दिन उजागर हुई है। यह प्रांत युगांडा देश के सीमा से जुड़ा हुआ है और इस क्षेत्र में जोरदार संघर्ष शुरू है। काँगो तथा अन्य देशों के यंत्रणा ने दी जानकारी के अनुसार इस क्षेत्र में अलाइड डिफेंस फोर्सेज के साथ लगभग १०० सशस्त्र बागियों का गट सक्रिय है। इन गटो में लगातार शुरू संघर्ष की वजह से एबोला की महामारी यकीनन जानना असंभव बनता जा रहा है, ऐसी चेतावनी जागतिक आरोग्य संघटना एवं सहयोगी संस्थाओं से दी जा रही है।

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