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श्रद्धावानों के लिये जीवन में सुंदरकांड का महत्व

हरि ॐ, आज दुनियाभर में जो परिस्थिति है, उस परिस्थिति में भी बापुजी के सभी श्रद्धावान मित्र उपासना के माध्यम से बापुजी के साथ दृढ़तापूर्वक जुड़ गये हैं और इस सांघिक उपासना के साथ ही, श्रद्धावान अपनीं व्यक्तिगत उपासनाएँ और खुद की प्रगति के लिए आवश्यक होनेवाले विभिन्न Online Courses इनके माध्यम से, बापुजी के बतायेनुसार समय का यथोचित इस्तेमाल करके इस संकट के दौर को अवसर में परिवर्तित कर

सुंदरकाण्ड पाठ और चैत्र पूर्णिमा (हनुमान पूर्णिमा) संबंधी सूचना

  हरि ॐ, सुंदरकाण्ड पाठ का होनेवाला प्रक्षेपण: सभी श्रद्धावान जानते ही हैं कि इन दिनों शुरू चैत्र नवरात्रि (शुभंकरा नवरात्रि) में, हररोज़ शाम को अनिरुद्ध टी.व्ही. तथा मेरे फेसबुक पेज के माध्यम से, नित्य उपासना के बाद “सुंदरकाण्ड पाठ” का प्रक्षेपण किया जाता है। फिलहाल कोरोना वायरस, “कोविद – १९” ने पूरी दुनिया में ही निर्माण की हुई तनाव की परिस्थिति में, इस सुंदरकाण्ड के पाठ के कारण बहुत

श्रद्धावानों की सुविधा के लिए उपासना इंटरनेट रेडिओ के द्वारा सुनने की व्यवस्था

हरि ॐ, आज से शुभंकरा नवरात्रि यानी चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हुई है। इसीलिए हम हररोज़ उपासना होने के बाद २ मिनट का ब्रेक लेकर उसके बाद सुंदरकांड पठण (साधारणत: १ घण्टा दस मिनट का पठण) aniruddha.tv इस वेबसाईट और अ‍ॅप के माध्यम से दिखाने जा रहे हैं। विद्यमान हालातों में Internet पर आनेवाले Extra Load को मद्देनज़र रखते हुए और इस उपासना के लिए श्रद्धावानों के बढ़ते प्रतिसाद को

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  हरि ॐ, सद्‌गुरु श्रीअनिरुद्ध (बापू) १९९६ से विष्णुसहस्रनाम, राधासहस्रनाम, ललितासहस्रनाम, रामरक्षा, साईसच्चरित जैसे विषयोपर प्रवचन के माध्यमसे श्रद्धावानोंसे संवाद करते हैं।  हर श्रद्धावान के दिल को छू जानेवाली बात है – बापु का हर गुरुवार का प्रवचन। लगभग सभी श्रद्धावान इस प्रवचन के माध्यम से ही बापु से जुड़ते गये हैं। बापु के प्रवचन, ‘अध्यात्म एवं व्यवहार दोनों में उचित संतुलन कैसे प्राप्त कर सकते हैं’ इसका सीधे-सादे आसान