सप्तचक्र उपासना - अधिक सुलभतासे कैसे करे?
पुस्तिका में दी गयी जानकारी के अनुसार, श्रद्धावान पुस्तिका में दी गयीं चक्रों की प्रतिमाओं की ओर देखते हुए उस संबंधित चक्र का गायत्री मंत्र और स्वस्तिवाक्य बोलते हुए घर में उपासना कर सकते हैं।
पुस्तिका में दी गयी जानकारी के अनुसार, श्रद्धावान पुस्तिका में दी गयीं चक्रों की प्रतिमाओं की ओर देखते हुए उस संबंधित चक्र का गायत्री मंत्र और स्वस्तिवाक्य बोलते हुए घर में उपासना कर सकते हैं।
परमपूज्य सद्गुरु श्री अनिरुद्ध बापू ने १५ अक्तूबर २०१५ के पितृवचनम् में ‘स्वस्तिवाक्यम् यह सबकुछ सुंदर बनाता है’ इस बारे में बताया।
अश्विन नवरात्रीतील सप्तमीचा दिवशी परमपूज्य बापूंच्या घरी मोठ्या आईचे पराम्बा पूजन केले जाते. बापू, नंदाई व सुचितदादांचे मोठ्या आईवरील नितांत प्रेम, तिच्या सहवासाची आणि तिला आळविण्याची नितांत आर्तता, ह्या सर्वांची अनुभूती ह्या दिवशी आम्ही सर्वांनी घेतली
Path of Mind - Part 2- हमारे विचार से हमारे मन का पथ बनता है। साई हमेशा यह ध्यान रखते हैं कि श्रद्धावान के मन का पथ कहीं भटक ना जाए। हमारा मन का पथ हमारी वाणी से बनता है।
Path of Mind - परमपूज्य सद्गुरु श्री अनिरुद्ध बापू ने २९ जनवरी २०१५ के अपने हिंदी प्रवचन में ‘ मन का पथ कैसा बनता है’ इस बारे में समझाया। ‘हर एक का जीवन अलग होता है और उस जीवन के अनुसार उसका पथ बनता है’ यह भी बापू ने बताया।