रुद्र और भद्र ये शिव के दो रूप है (Rudra and Bhadra are the two forms of Lord Shiva) – Aniruddha Bapu
परमपूज्य सद्गुरु श्री अनिरुद्ध बापू ने ७ एप्रिल २०१६ के पितृवचनम् में ‘रुद्र और भद्र ये शिव के दो रूप है’ इस बारे में बताया। ये जो बीज है ‘शं’, पहला वाला ‘शं’ और सं, तो ये ‘शं’ बीज है, तो ये ‘शं’ कैसा है, मैंने बोहोत बार बोला है। ‘शं’ शमने, ‘शं’ शांति, श से शमन होता है। दमन नहीं होता है। शमन होता है। इसका मतलब क्या है?