लीबिया में कड़ा संघर्ष

हवाई हमलें एवं धमाकों से लीबिया की राजधानी दहल उठी – ३० हजार से अधिक लोग विस्थापित

त्रिपोली – लीबिया की राजधानी त्रिपोली में रातभर शुरू संघर्ष में २२३ लोगों की मौत हुई है और हजार से अधिक लोग जख्मी हुए है। त्रिपोली की दक्षिणी हिस्से में बागियों ने बडी तादाद में हवाई और मॉर्टर्स के हमलें करने के समाचार सामने आ रहे है। लीबिया की सरकार और बागियों ने संयुक्त राष्ट्रसंघ ने रखा युद्ध विराम का प्रस्ताव भी ठुकराया है और इस वजह से लीबिया में नए से गृहयुद्ध भडकने की चिंता व्यक्त की जा रही है।

वर्ष २०११ में अरब-इस्लामी देशों में हुए ‘अरब-स्प्रिंग’ की क्रांती में लीबिया की जनता ने मुअम्मर गद्दाफी की तानाशाही के विरोध में बगावत की थी। पश्‍चिमी देशों के समर्थन पर लीबिया की जनता और हथियारबंद गुटों ने गद्दाफी की हुकूमत पलट दी थी। उसके बाद संयुक्त राष्ट्रसंघ, पश्‍चिमी देश और अरब देशों की मध्यस्थता से लीबिया में स्वतंत्र सरकार का गठन किया गया था। लेकिन, पिछले दो वर्षों से लीबिया यह पूर्व और पश्‍चिमी क्षेत्र में बांटा गया है और पूर्व के हिस्से पर जनरल हफ्तार के बागियों का वर्चस्व है। वही, राजधानी त्रिपोली के साथ पश्‍चिमी हिस्से पर लीबिया की सरकार का नियंत्रण है।

आगे पढे : http://www.newscast-pratyaksha.com/hindi/libyan-capital-rocked-airstrikes-explosions/ लीबिया के संघर्ष में २०५ लोगों की बलि – लीबिया की सरकार ने बागियों के विरोध में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कार्रवाई करने की मांग रखी

त्रिपोली – लीबिया की राजधानी त्रिपोली पर कब्जा करने के लिए सरकार और विद्रोहियों में शुरू संघर्ष में लगभग २०५ लोगों की जान गई है और हुए सैकड़ों लोग जख्मी हुए हैं। लीबियन विद्रोहियों के त्रिपोली की रियासी हिस्से पर रॉकेट तथा लड़ाकू विमानों से   शुरू हैं। इस कार्रवाई पर नाराजगी व्यक्त करते हुए लीबियन सरकार ने विद्रोही नेता जनरल ‘खलिफा हफ्तार’ की गिरफ्तारी के आदेश निकालने के साथ अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इन विद्रोहियों पर कार्रवाई हो, ऐसी मांग की हैं।

अंतरराष्ट्रीय समुदाय की मान्यता होने वाले लीबिया के ‘गव्हर्नमेंट नॅशनल अकॉर्ड’ (जीएनए) से निष्ठावान होने वाले लष्कर और जनरल हफ्तार समर्थक ‘लीबियन नॅशनल आर्मी’ (एलएनए) के विद्रोहियों के संघर्ष में त्रिपोली शहर झुलस रहा हैं, ऐसा दावा अंतरराष्ट्रीय संगठन कर रही है। एलएनए के विद्रोहियों को त्रिपोली पर कब्जा करने के लिए जीएनए के लष्कर तथा रियासी क्षेत्र पर भी हमलें शुरू किए हैं। हफ्तार के विद्रोहियों ने यह आरोप वर्जित करने पर भी यहां के इमारतों में मिले रॉकेट के टुकड़े विद्रोहियों के दावे झूठे होने की बात सिद्ध करती हैं, ऐसा लीबियन यंत्रणा का कहना हैं।

आगे पढे :http://www.newscast-pratyaksha.com/hindi/205-people-sacrificed-libya-conflict/ कडे संघर्ष के दौरान लीबिया में सियासी गतिविधियां तेज

त्रिपोली: लीबिया में शुरू संघर्ष अब तक १५० लोगों की मृत्यु हुई है और सरकार के विरोध में बागियों ने राजधानी त्रिपोली पर हवाई हमलों की तादाद बढाई है। ऐसे में जवाब में लीबिया सरकार समर्थक सेना ने बागियों का लडाकू विमान गिराया है। इस वजह से राजधानी त्रिपोली में शुरू संघर्ष तीव्र होने की संभावना जताई जा रही है। बागी नेता ‘जनरल खलिफा हफ्तार’ ने इजिप्ट की यात्रा करके राष्ट्राध्यक्ष ‘अल सिसी’ से भेंट की। तभी त्रिपोली में लीबिन सरकार की हुकूमत आगे भी कायम रहेगी, यह दावा लिबियन नेता कर रहे है।

कडे संघर्ष, लीबिया, सियासी गतिविधियां, तेज, त्रिपोली, इजिप्टलीबिया में अंतरराष्ट्रीय समुदाय की मंजुरी प्राप्त ‘गव्हर्नमेंट ऑफ नैशनल अकॉर्ड’ (जीएनए) के साथ निष्ठावान रही सेना और जनरल हफ्तार समर्थक ‘लीबियन नैशनल आर्मी’ (एलएनए) के बागियों में शुरू संघर्ष राजधानी त्रिपोली तक जा टकराया है। इस संघर्ष की वजह से त्रिपोली में १५ हजार लोग विस्थापित हुए है और ‘एलएनए’ के बागी वहां पर पाठशाला और महाविद्यालयों के इमारतों पर हमलें कर रहे है। इन इमारतों में पनाह लेनेवाले विस्थापितों की सुरक्षा के लिए ‘जीएनए’ की सेना ने विमान विरोध तोंपों से हमला करके ‘एलएनए’ का एक विमान गिराया है।

आगे पढे : http://www.newscast-pratyaksha.com/hindi/political-developments-gain-momentum-libya/ लीबिया के संघर्ष में १२१ लोगों की मौत – सरकार के विरोध में बागियों से पाठशालाओं पर हमलें

त्रिपोली/मास्को – पिछले दस दिनों से लीबिया की राजधानी त्रिपोली और आसपास के शहरों में सरकार और विद्रोहियों के बीच के हो रहे संघर्ष में १२१ लोगों की जान गई है और करीबन ५६१ लोग गंभीर रूप से जख्मी हुए हैं। ‘वैश्विक आरोग्य संगठन’ (हू) ने यह दावा करते हुए लीबिया की परिस्थिति अधिक गंभीर होने की चेतावनी दी हैं। लीबियन सरकार के खिलाफ विद्रोह करने वाले लष्करी अधिकारी जनरल ‘खलिफा हफ्तार’ के विद्रोहियों ने त्रिपोली पर कब्जा करने के लिए हवाई तथा राकेट हमलें तीव्र कर दिए है। हफ्तार और उनके साथीदारों ने अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन करने का आरोप लीबियन सरकार तथा संयुक्त राष्ट्र संघ कर रहे हैं।

अंतरराष्ट्रीय समुदाय की मान्यता होने वाले लीबिया के ‘गवर्नमेंट ऑफ नॅशनल अकॉर्ड’ (जीएनए) से निष्ठावान होने वाले लष्कर और विद्रोही लष्करी अधिकारी जनरल हफ्तार समर्थक ‘लिबियन नॅशनल आर्मी’ (एलएनए) के विद्रोहियों में संघर्ष अधिक तीव्र हो गया हैं। ‘एलएनए’ के विद्रोहियों ने त्रिपोली के बाहर इंधन प्रकल्प पर कब्जा करते हुए पिछले कुछ दिनों से त्रिपोली में हवाई हमलें बढ़ाए हैं। अंतरराष्ट्रीय समुदाय से लगातार आवाहन तथा आलोचना होने के पश्चात भी ‘एलएनए’ के विद्रोहियों ने त्रिपोली पर शुरू किए हमलों में कोई फरक नहीं होने का दावा ‘हू’ ने किया हैं।

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