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जापान की ‘मित्सुबिशी’ कंपनी पर हुआ बडा सायबर हमला – चीन का हाथ होने की आशंका

टोकियो/बीजिंग: जापान के साथ दुनिया के शीर्ष बहुराष्ट्रीय कंपनी के तौर पर जानी जा रही ‘मित्सुबिशी’ कंपनी पर बडा सायबर हमला हुआ है| ‘मित्सुबिशी ग्रुप’ का हिस्सा होनेवाली ‘मित्सुबिशी इलेक्ट्रिक’ कंपनी को लक्ष्य किया गया है| और यह सायबर हमला करने में चीन के हैकर्स शामिल होने की आशंका व्यक्त की जा रही है| पिछले महीने में ही जापान ने चीन की सायबर गतिविधियों का सामना करने के लिए नाटो ने किए सायबर युद्धाभ्यास में हिस्सा लिया था|

‘मित्सुबिशी इलेक्ट्रिक कॉर्पोरेशन’ यह इलेक्ट्रॉनिक्स और रक्षा क्षेत्र की जापान में प्रमुख कंपनी के तौर पर जानी जाती है| रक्षा एवं सायबर क्षेत्र के लिए आवश्यक इलेक्ट्रॉनिक सामान का निर्माण यह कंपनी करती है| सोमवार के दिन इस कंपनी को सायबर हमले से लक्ष्य किया गया| इस हमले में सरकारी यंत्रणा एवं अन्य नीजि कंपनियों से जुडे कारोबार की खुफिया जानकारी हैकर्स के हाथ लगी होगी, यह दावा भी किया गया है|

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आनेवाले दशक में परमाणु हमला होगा ऑनलाईन सर्वे में हजारों युवाओं ने किया का दावा

जेनिवा: ‘आनेवाले दशक के दौरान दुनिया के किसी भी कोने में परमाणु हमला होगा’, ‘हमारे युग में तीसरें विश्‍वयुद्ध की शुरूआत होगी’, ‘जल्द ही प्रलयकारी युद्ध देखा जाएगा’, यह एहसास दुनियाभर के युवक कर रहे है, यह बात एक ऑनलाइन सर्वे से सामने आयी है| ‘इंटरनैशनल कमिटी ऑफ द रेड क्रॉस’ इस अंतरराष्ट्रीय स्वयंसेवी संगठन ने किए सर्वे में हजारों युवाओं ने यह चिंता व्यक्त की है| करीबन १६ देशों में किए सर्वे से यह जानकारी सामने आने का दावा इस संगठन ने किया है|

स्वीत्झर्लैंड स्थित ‘इंटरनैशनल कमिटी ऑफ द रेड क्रॉस’ (आयसीआरसी) ने पिछले वर्ष बडे सर्वे किए थे| १ जून से ७ अक्टुबर के दौरान इस स्वयंसेवी संगठन ने १६ देशों में ऑनलाईन एवं टेलिफोन और नीजि संपर्क बनाकर यह सर्वे किया था| संघर्ष से झुलस रहे अफगानिस्तान, सीरिया इन देशों के साथ ही अमरिका, रशिया, ब्रिटेन, इस्रायल, युक्रैन और स्वीत्झर्लैंड इन शांति से भरें देशों में भी यह सर्वे किया गया है, यह जानकारी ‘रेड क्रॉस’ ने साझा की|

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सोने के दाम प्रति औंस २००० डॉलर्स तक जा पहुंचेंगे – दुनिया के सबसे बडे ‘हेज फंड’ का दावा

वॉशिंग्टन – अमरिका का ईरान और चीन के साथ बना तनाव और ‘फेडरल रिजर्व्ह’ की नीति की वजह से वर्ष २०२० में सोने के दाम प्रति औंस (२८.३५ ग्राम) दो हजार डॉलर्स तक जा पहुंच सकते है, यह दावा दुनिया के सबसे बडे ‘हेज फंड’ ने किया है| पिछले हफ्ते में ही अमरिका–ईरान संघर्ष की पृष्ठभूमि पर सोने के दाम प्रति औंस १,६०० डॉलर्स तक जा पहुंचे थे| यह उछाल सात वर्षों में सोने के दाम सर्वाधिक करनेवाला साबित हुआ था|

सोने के दामों में पिछले दो वर्षों से लगातार बढोतरी हो रही है| इस के पीछे अमरिका–चीन व्यापारयुद्ध, ‘ब्रेक्जिट’ की अनिश्‍चितता, खाडी में बनी तनाव की स्थिती और अमरिकी ‘फेडरल रिजर्व्ह’ की नीति प्रमुखता से कारण होने का समझा जा रहा है|

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काफी ईंधन सप्लाई का अंदाजा व्यक्त करनेवालें फेरविचार करें – बाहरिन के ईंधनमंत्री का बयान

रियाध – अमरिका के ‘शेल ऑईल’ का उत्पादन प्रतिदिन १.४० करोड बैरल्स तक जाने के संकेत प्राप्त हुए है| इस वजह से नजदिकी दिनों में जागतिक बाजार में ईधन की सप्लाई काफी आसानी से होगी, यह अंदाजा व्यक्त किया जा रहा है| पर, ऐसे अंदाजा व्यक्त करनेवाले इस पर गौर करें, ऐसा समय बना है’, यह दावा बाहरिन के ईंधन मंत्री शेख मोहम्मद बिन खलिफा अल खलिफा ने किया है|

सौदी अरब में ‘इंटरनैशनल पेट्रोलियम टेक्नॉलॉजी कान्फरन्स’ शुरू है| इस में खाडी के ईंधन उत्पादक देशों के साथ दुनिया के प्रमुख देशों की ईंधन कंपनियों के प्रतिनिधी शामिल हुए है| पिछले वर्ष पर्शियन खाडी में बने तनाव, सौदी के ईंधन परियोजनाओं पर हुए हमलें और अमरिका-ईरान संघर्ष के संकेतों की पृष्ठभूमि पर हो रही यह बैठक अहम समझी जा रही है|

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