श्रीगुरु चरन सरोज रज
‘श्रीगुरु चरन सरोज रज निज मनु मुकुरु सुधारि’ इस चौपाई के बारे में हमारे सद्गुरु श्री अनिरुद्ध ने पितृवचनम् में बताया, जो आप इस व्हिडिओ में देख सकते हैं।
‘श्रीगुरु चरन सरोज रज निज मनु मुकुरु सुधारि’ इस चौपाई के बारे में हमारे सद्गुरु श्री अनिरुद्ध ने पितृवचनम् में बताया, जो आप इस व्हिडिओ में देख सकते हैं।
सद्गुरु श्री अनिरुद्ध ने २० अप्रैल २०१७ के प्रवचन में ‘मणिपुर चक्र और यज्ञपुरुष महाविष्णु (Manipur Chakra And Yagyapurusha Mahavishnu)’ इस बारे में बताया।
ये ‘लं’ बीज हमें बताता है कि भाई, इस पृथ्वी पर हो, पृथ्वी से जुड़े हुए हो, राईट! तो पृथ्वी का बीज जो ‘लं’ बीज जो है, वो जानकीजी का है, श्रीरामजी की पत्नी का है और वैसे ये ‘लं’ बीज है लखनजी का भी। लं- लक्ष्मण:।
जब त्रिविक्रम आता है, तब त्रिविक्रम कार्यरूप नहीं होता, त्रिविक्रम कारणरूप होता है। यानी जो अवतार है, मैं किसको कम या ज्यादा ऐसा नहीं बोल रहा हूं, हर एक की विशेषता है, अपनी अपनी विशेषता।
शिवपंचाक्षरी स्तोत्र (Shivapanchakshari stotra) - अनिरुद्ध बापू ने 02-March-2017 के पितृवचनम् में ‘शिवपंचाक्षरी स्तोत्र' के बारे में बताया।
Aniruddha Bapu - परमपूज्य सद्गुरु श्री अनिरुद्ध बापू ने अपने 03-March-2016 के पितृवचनम् में श्रीहरिगुरुग्राम में 17-May-2016 से 21-May-2016 तक होनेवाले सुन्दरकाण्ड पाठ के बारे में जानकारी दी।
इस विश्व की मूल शक्ति सद्गुरुतत्व है - ओरिजनल पॉवर यह सद्गुरुतत्व है। इस विश्व की मूल शक्ति सद्गुरुतत्व है। इसे हम ॐकार कहते हैं, जो इसका प्रकट स्वरूप है।
Lalita Panchami आश्विन शुद्ध पंचमी अर्थात श्रीललिता पंचमी । आदिमाता महिषासुरमर्दिनी का श्री रामजी को दिया हुआ वरदान....
सद्गुरु श्री अनिरुध्द उपासना ट्रस्टतर्फे ’रामनवमीचा उत्सव’ बुधवार, दिनांक १७/०४/२०२४ रोजी, श्री हरिगुरुग्राम,वांद्रे (पूर्व) येथे, सकाळी ९:०० वाजल्यापासून रात्री ९:०० वाजेपर्यंत साजरा केला जाणार आहे.
सद्गुरु श्री अनिरुद्ध ने २० फरवरी २०१४ के पितृवचनम् में ‘ लीला की व्याख्या’ के बारे में बताया। लीला यानी क्या? लीलया। आसानी से सहजता से जो होता रहता है, सहजता से, उसे लीलाला कहते है। कृपा करनी पडती है। कृपा होती है। लीला होती रहती है, अपने आप होती रहती है।