श्री मूलार्कगणेश
परमपूज्य सद्गुरु श्रीअनिरुद्ध बापू ने 4 सितंबर 2012 को, अधिक भाद्रपद मास की अंगारक संकष्ट चतुर्थी के दिन श्रीमूलार्क-गणेश की स्थापना श्रीअनिरुध्द गुरुक्षेत्रम् में की।
परमपूज्य सद्गुरु श्रीअनिरुद्ध बापू ने 4 सितंबर 2012 को, अधिक भाद्रपद मास की अंगारक संकष्ट चतुर्थी के दिन श्रीमूलार्क-गणेश की स्थापना श्रीअनिरुध्द गुरुक्षेत्रम् में की।
परमपूज्य सद्गुरु श्रीअनिरुद्ध बापूंनी 4 सप्टेंबर 2012 रोजी अधिक भाद्रपद मासातील अंगारक संकष्ट चतुर्थीस श्री मूलार्कगणेशाची श्रीअनिरुध्द गुरुक्षेत्रम्येथे स्थापना केली.
सद्गुरु श्री अनिरुद्धजी ने १५ अक्टूबर २०१५ के पितृवचनम् में ‘श्रीशब्दध्यानयोग- ०२ (Shreeshabda-DhyanYoga-02) ’ इस बारे में बताया।
सद्गुरु श्री अनिरुद्ध बापू ने २० अप्रैल २०१७ के प्रवचन में ‘‘रं’ बीज और मणिपुर चक्र ’ इस बारे में बताया।
सद्गुरु श्री अनिरुद्ध बापू ने २० अप्रैल २०१७ के प्रवचन में ‘रामनाम बही का कम से कम एक पन्ना प्रतिदिन लिखिए’ इस बारे में बताया।
सद्गुरु श्री अनिरुद्ध बापू ने २० अप्रैल २०१७ के प्रवचन में ‘मणिपुर चक्र और रामनाम बही (Manipur Chakra And Ramnaam Book) ’ इस बारे में बताया।
सद्गुरु श्री अनिरुद्ध बापू ने २० अप्रैल २०१७ के प्रवचन में ‘रामनाम बही का कम से कम एक पन्ना प्रतिदिन लिखिए' इस बारे में बताया।
ये ‘लं’ बीज हमें बताता है कि भाई, इस पृथ्वी पर हो, पृथ्वी से जुड़े हुए हो, राईट! तो पृथ्वी का बीज जो ‘लं’ बीज जो है, वो जानकीजी का है, श्रीरामजी की पत्नी का है और वैसे ये ‘लं’ बीज है लखनजी का भी। लं- लक्ष्मण:।
सद्गुरु श्री अनिरुद्ध बापू ने ४ फरवरी २०१६ के प्रवचन में ‘रामनाम भय की नामोनिशानी मिटा देता है(The Rama Naam erases the fear)’ इस बारे में बताया।
सद्गुरु श्री अनिरुद्ध बापू ने ४ फरवरी २०१६ के प्रवचन में ‘रामनाम भय की नामोनिशानी मिटा देता है (The Rama Naam erases the fear) ’ इस बारे में बताया।