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  स्वास्थ्य (निवारक, प्रोत्साहक, रोगनिवारक, पुनर्वास) ग्रामिण/नगरीय/सामुदायिक/आदिवासी विकास पर केन्द्रित भारत आज दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। परंतु तेज़ी से प्रगति करती अर्थव्यवस्था के बावजूद, कुछ समस्याएं देश के कई हिस्सों में अब तक पनप रही हैं और उन क्षेत्रों पर मंडरा रही हैं। गरीबी, एक ऐसी ही समस्या है, जो विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में समाज को असक्षम बना देती है और प्रगति में बड़ी

(के एम एच सी) ग्रामीण/ नागरी / समाज / आदिवासी ह्यांच्या आरोग्य आणि स्वच्छतेवर लक्ष केंद्रीत करून विकास (प्रतिबंधक, प्रोत्साहक, उपचारात्मक आणि पुनर्वसन) भारत सध्या जगातील अग्रेसर /(अग्रगणी ) अर्थव्यवस्थांपैकी एक आहे.  तथापि अर्थव्यवस्थेची भरभराट होत असली तरी, देशातील भागांमध्ये काही समस्या वारंवार प्रकट होऊन जोमाने वाढत राहतात. सार्वत्रिकरीत्या ग्रामीण भागांमध्ये, विशेषत: दारिद्र्य हे एक असे सामाजिक दैन्य आहे, जे समाजाला अपंग बनविते आणि त्याच्या विकासात अडथळा आणते. बहुतांश वेळा,

अफ़ग़ानिस्तान में उलथपुलथ

अफगान शांति चर्चा को लेकर अमरिका और पाकिस्तानी सेना की चर्चा इस्लामाबाद – अफगानिस्तान में सरकार और तालिबान के शांतिचर्चा के संबंधी बातचीत करने के लिए अमरिका के वरिष्ठ लष्करी अधिकारी ने पाकिस्तान की यात्रा करके लष्कर प्रमुख जनरल कामर बाजवा की भेंट की| तालिबान शांति प्रक्रिया में शामिल हो और अफगानिस्तान में जनता ने बनाई सरकार का महत्व कायम रहे, इस संबंधी अमरिकी लष्करी अधिकारी ने अपने देश का

दैनिक प्रत्यक्ष में इस्रायल पर प्रकाशित हो रही सिरीज़

सभी श्रद्धावान यह जानते ही हैं कि ‘दैनिक प्रत्यक्ष’ में पिछले १ साल से हम इस्रायल पर ‘इस्रायल: एक प्रवास – प्रदीर्घ, लेकिन यशस्वी’ यह मालिका प्रकाशित कर रहे हैं। इस मालिका की प्रस्तावना स्वयं डॉ. अनिरुद्ध धैर्यधर जोशी ने ही – हमारे प्रिय बापू ने ही लिखी थी। इस मालिका की शुरुआत, ज्यूधर्मियों का आद्यपूर्वज अब्राहम की कथा से होती है, जिसे ईश्वर ने दृष्टान्त देकर यह ‘पवित्र भूमी’

चीन के खिलाफ अमरीका के आक्रामक तेवर

‘साउथ चाइना सी’ में गश्त को लेकर चीन अमरिका को नहीं धमका सकता – अमरिकी रक्षामंत्री जेम्स मैटिस सिंगापुर – ‘अमरिका और मित्र देशों की साउथ चाइना सी के समुद्री और हवाई गश्त को चीन रोक नहीं सकता। चीन की धमकी के बाद भी अमरिका की इस क्षेत्र में कार्रवाई जारी रहने वाली है और अमरिका पीछे हटने वाला नहीं है। साथ ही इस क्षेत्र के चीन के सैन्यकरण को

इंधन से जुडी राजनीती

ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी जागतिक विकास के लिए बाधा ठहरेगी – प्रधानमंत्री मोदी का ईंधन उत्पादकों को चेतावनी नई दिल्ली – ईंधन के बढ़ते दामों से जागतिक विकास के लिए बाधा ठहरेगी, ऐसी चेतावनी प्रधानमंत्री मोदी ने तेल उत्पादक देश एवं कंपनियों को दी है। तथा तेल उत्पादक देशों ने विकासशील देशों में निवेश बढ़ाने पर उसका बहुत बड़ा आर्थिक फायदा इन देशों को मिलेगा, ऐसा विश्वास प्रधानमंत्री मोदी ने व्यक्त किया है।ईंधन तेल के लगातार

वैश्विक स्तर पर दक्षिणपूर्वी आशिया का महत्त्व बढा

चीन का प्रभाव रोकने के लिए अमरिका की तरफ से ‘आसियन’ को ३० करोड़ डॉलर्स का रक्षा सहकार्य – विदेश मंत्री माइक पॉम्पिओ की घोषणा सिंगापूर/वॉशिंग्टन: ‘इंडो-पैसिफ़िक क्षेत्र में प्रादेशिक स्तर पर सुरक्षा मजबूत करने के लिए अमरिका ने दिया हुआ वचन पूरा करने के उद्देश्य से ३० करोड़ डॉलर्स की अतिरिक्त सहायता दी जा रही है। इस सहायता की वजह से इंडो-पैसिफ़िक क्षेत्र में अमरिका का रक्षा सहकार्य अधिक

'अल्फा टू ओमेगा' न्युजलेटर - जुलाई २०१८

  ‘अल्फा टू ओमेगा’ न्युजलेटर – हिन्दी संस्करण   जुलाई २०१८ संपादकीय, हरि ॐ श्रद्धावान सिंह/वीरा मॉनसून का मौसम आ गया है और इस साल इसी मॉनसून के मौसम में फुटबॉल विश्व कप का आयोजन होने के कारण सभी की भावनाएँ खेल से जुड़ गईं हैं। जैसा कि देखने में आ रहा है लोग खुले मैदान में बारिश में खेलना ज्यादा पसंद कर रहे हैं। वास्तव में बारिश में खेल

चीन का खतरा बढ रहा है

अफ्रीका महाद्वीप में लष्करी प्रभाव बढाने के लिए चीन की गतिविधियाँ बीजिंग – मंगलवार से बीजिंग में ‘चाइना अफ्रीका डिफेन्स एंड सिक्यूरिटी फोरम’ की बैठक शुरू हुई है। इस फोरम का आयोजन चीन के रक्षा विभाग ने किया है। पिछले दो दशकों में अफ्रीका में सिर्फ व्यापार और आर्थिक हितसंबंध बनाए रखने के लिए पहल करने वाले चीन ने अफ्रीका महाद्वीप की लष्करी और सुरक्षा विषयक नीतियों में खुलकर पहली

रशिया के आक्रमक तेवर

रशिया सीरिया में स्थित ईरानी सेना को इस्राइल की सीमा से दूर रखने की तैयारी में – इस्राइली अधिकारियों का दावा जेरुसलेम – इस्राइल की सीमा के भूभाग से ईरान के लष्कर और ईरान समर्थक समूहों को दूर रखने की रशिया ने तैयारी शुरू की है। अगर ऐसा नहीं हुआ तो इस्राइल यहाँ पर भीषण हमले करता रहेगा और इससे सीरिया का संघर्ष अधिक तीव्र हो जाएगा ऐसी चिंता रशिया