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मनुष्य का मन अन्न के तरल भाग से बनता है

सद्‍गुरु श्री अनिरुद्धजी ने ०७ अक्टूबर २०१० के पितृवचनम् में ‘मनुष्य का मन अन्न के तरल भाग से बनता है’ इस बारे में बताया। जिन लोगों ने श्रीमद्‍पुरुषार्थ ग्रंथराज पढ़ा हुआ है, वो लोग जानते हैं कि ये जो भावशारिरीक जो गुण होते हैं कि जिनके आधार से हमारे शरीर का, मन का और प्राणों का कार्य चलता रहता है। छांदोग्य उपनिषद्‍ का नाम तो आप लोगों ने सुना होगा।

Pakistan-China

पाकिस्तान ने ‘गिलगित-बाल्टिस्तान’ में २० हज़ार सैनिक तैनात किए नई दिल्ली – लद्दाख में चीन ने बड़ी मात्रा में लष्करी तैनाती करके भारत को चुनौती दी है और इसी बीच अब पाकिस्तान ने ‘गिलगित-बाल्टिस्तान’ में २० हज़ार अतिरिक्त सैनिक तैनात किए हैं। इस वज़ह से भारत को एक साथ दो मोरचों पर ध्यान देने के लिए मज़बूर करने की साज़िश इन दोनों देशों ने की होने की बात स्पष्ट हो

सद्‍गुरु महिमा - भाग ३

सद्‍गुरु श्री अनिरुद्धने १५ अप्रैल २०१० के पितृवचनम् में ‘सद्‍गुरु महिमा’ इस बारे में बताया।   जब भी चान्स मिले उसकी फोटो है, वो प्रत्यक्ष रूप में है या मूर्ती रूप में है, तब उसके चरणों पर जब हम मस्तक रखते हैं, उसकी चरणधूलि में जो हम हमारा मस्तक रखते हैं। हेमाडपंतजी की पहली भेंट कैसी है? हेमाडपंत उनके (साईनाथजी) चरणों को स्पर्श नहीं कर सके, साईबाबा रास्ते से जा

'तृतीय महायुद्ध' पुस्तक और आज का वास्तव

हरि ॐ, आज की भीषण जागतिक परिस्थिति के लिए कई देश चीन को ज़िम्मेदार मान रहे हैं। News Links – https://www.aniruddhafriend-samirsinh.com/third-world-war-hindi/ फिर ऐसे में याद आती है, मार्च २००६ से डॉ. अनिरुद्ध धैर्यधर जोशी ने दैनिक प्रत्यक्ष में चालू की हुई ’तिसरे महायुद्ध’ (तृतीय विश्वयुद्ध) इस लेखमाला की, जो बाद में दिसम्बर २००६ की दत्तजयंती के दिन ’तिसरे महायुद्ध’ इस नाम से पुस्तक के रूप में प्रकाशित हुई। इस पुस्तक

'तिसरे महायुद्ध' पुस्तक आणि आजचे वास्तव

हरि ॐ, आजच्या भीषण जागतिक परिस्थितीला अनेक देश चीनला जबाबदार धरत आहेत. News Links – https://www.aniruddhafriend-samirsinh.com/third-world-war-marathi/ मग अशा वेळेस मार्च २००६ सालापासून डॉ. अनिरुद्ध धैर्यधर जोशी यांनी दैनिक प्रत्यक्ष मध्ये चालू केलेल्या ’तिसरे महायुद्ध’ च्या लेखमालेची आठवण होते, जी लेखमाला नंतर डिसेंबर २००६च्या दत्तजयंती ह्या दिवशी ’तिसरे महायुध्द’ या नावाने पुस्तक रूपात प्रकाशीत झाली. या पुस्तकाच्या प्रस्तावनेमध्ये डॉ. अनिरुद्ध म्हणतात, “पुढील काळात आजचे समीकरण उद्या असेलच असे नाही, तर अगदी

गुरुक्षेत्रम् मन्त्राचे श्रद्धावानाच्या जीवनातील महत्त्व - भाग ११

सद्गुरू श्री श्रीअनिरुद्धांनी त्यांच्या ०८ एप्रिल २०१० च्या मराठी प्रवचनात ‘गुरुक्षेत्रम् मन्त्राचे श्रद्धावानाच्या जीवनातील महत्त्व’ याबाबत सांगितले.    श्रीगुरुक्षेत्रम्‌ मध्ये काय आहे? ह्या त्रिविक्रमाचं निलयं आहे, आलय नाही, गृह नाही, तर निलयं आहे. ह्या मंत्राच्या जपाने, ह्या मंत्राचा स्वीकार करून आम्ही कुठे राहायला जातो? त्या सद्‍गुरुतत्त्वाच्या निलयं मध्ये म्हणजे अंतरगृहामध्ये, सिम्पल, समजलं आणि कसे? तर विच्चे, बेस्ट होऊन. आम्ही ह्या मंत्राचा स्वीकार केला याचा अर्थ आम्ही पन्नास टक्के बेस्ट झालेलो

गुरुवार को श्रीहरिगुरुग्राम में होनेवाली और शनिवार को विभिन्न स्थानों पर उपासना केंद्रों में होनेवाली सामूहिक उपासना अगली सूचना प्राप्त होने तक बंद रखने का निर्णय

हरि ॐ. फिलहाल दुनियाभर तेज़ी से फैलते जा रहे कोरोना व्हायरस – ‘कोविद-१९’ के बारे में हम सभी श्रद्धावान जानते ही हैं। भारत में भी इस विषय में जागरूकता है। कई स्वास्थ्यसंस्थाएँ तथा डॉक्टर्स् इस बीमारी के संक्रमण के संदर्भ में जो खबरदारी एवं सावधानता बरतना आवश्यक है, उसकी सूचनाएँ नागरिकों के लिए प्रसारित कर रहे हैं। इन सभी सूचनाओं में – ‘प्राय: भीड़ के स्थानों पर ना जायें’ अथवा

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अमरिका-तालिबान शांति समझौते की कसौटी जल्द ही होगी – भारतीय विदेशमंत्री एस.जयशंकर नई दिल्ली – ‘पीछले १८ वर्षों में अफगानिस्तान में जो कुछ पाया, उसके लिए खतरा ना बनने दे, यही भारत का अमरिका और पश्‍चिमी देशों के लिए संदेशा रहेगा’, ऐसा बयान भारतीय विदेशमंत्री एस.जयशंकर ने किया है| अमरिका और तालिबान के बीच हुए शांति समझौते पर बातचीत करते समय जयशंकर ने उचित शब्दों में भारत की भूमिका रखी|

गुरुक्षेत्रम् मन्त्राचे श्रद्धावानाच्या जीवनातील महत्त्व - भाग ७

सद्गुरू श्री श्रीअनिरुद्धांनी त्यांच्या ०८ एप्रिल २०१० च्या मराठी प्रवचनात ‘गुरुक्षेत्रम् मन्त्राचे श्रद्धावानाच्या जीवनातील महत्त्व’ याबाबत सांगितले.   त्याचप्रमाणे वर्तमानकाळात तर तो राहणारच आहे, ऑब्व्हियसली. प्रत्येक गोष्ट जी घडत असेल, ती घडवताना तुमची सर्व सेफ्टी बघण्याचं काम हा करणारच आहे, आपोआपच. तो चारी बाजूला असणार आहे वर्तमानकाळामध्ये. तर ह्या मंत्रामधली सगळ्यात सुंदर गोष्ट म्हणजे ‘विच्चे’. विच्चे, ‘ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे।’ ऐं, ह्रीं आणि क्लीं हे तीन ही बीजमंत्र

चीन का खतरनाक 'वुहान वायरस'

चीन के ‘वुहान व्हायरस’ के डर से जागतिक शेअर बाजार समेत ईंधन के दामों में गिरावट लंदन/वॉशिंग्टन/बीजिंग: चीन समेत दुनिया के अलग अलग देशों में फैल रहे ‘वुहान व्हायरस’ का झटका अंतरराष्ट्रीय अर्थव्यवस्था को भी लगा है| चीन में मरिजों की संख्या में तेजी से बढोतरी होने से निवेशकों में चिंता का माहौल बना है और सोमवार के दिन अमरिका और यूरोप समेत एशियाई शेअर बाजार में भारी गिरावट देखी