Notice regarding Vratapushpa for Vardhaman Vratadhiraj - 2023

 

हरि ॐ

ह्या वर्षी मंगळवार, दि. २६ डिसेंबर २०२३ रोजी, म्हणजेच दत्तजयंतीच्या दिवशी वर्धमान व्रताधीराजाला प्रारंभ होत आहे.

गुरुवार, दि. ७ डिसेंबर २०२३ रोजी श्रीहरिगुरुग्राम येथे झालेल्या प्रवचनामध्ये सद्‍गुरु अनिरुद्ध बापूंनी ह्या वर्धमान व्रताधीराजाचे महत्त्व विषद केले. तसेच व्रतपुष्पाबद्दल सांगताना बापू म्हणाले की ह्या वर्षीच्या व्रतकाळामध्ये श्रद्धावान आपल्या आवडीचे कोणतेही स्तोत्र, जप, इत्यादि ’व्रतपुष्प’ म्हणून स्वेच्छेने निवडू शकतात. परंतु "मंगलाचरण" हे व्रतपुष्प म्हणून घेतल्यास ते सध्याच्या काळासाठी बेस्ट (उचित, अधिक श्रेयस्कर) ठरेल असेही बापू म्हणाले. लवकरच ह्या प्रवचनाची लिंक श्रद्धावानांसाठी उपलब्ध करून देण्यात येईल. तरी श्रद्धावानांच्या सोयीकरिता ह्या मंगलाचरणातील श्लोक खाली दिलेले आहेत.

मंगलाचरण

वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटिसमप्रभ।
निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥

भीमरूपी महारुद्रा वज्रहनुमान मारुती।
वानरी अंजनीपुत्रा रामदूता प्रभंजना ॥

गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णुः गुरुर्देवो महेश्वरः।
गुरु:साक्षात्‌‍ परब्रह्म तस्मै श्रीगुरवे नमः॥

सर्वमंगलमांगल्ये शिवे सर्वार्थसाधिके।
शरण्ये त्र्यंबके गौरि नारायणि नमोऽस्तु ते॥

अनसूयोऽत्रिसम्भूतो दत्तात्रेयो दिगम्बरः।
स्मर्तृगामी स्वभक्तानां उद्धर्ता भवसंकटात्‌‍॥

समीरसिंह दत्तोपाध्ये
शुक्रवार, दि. ८ डिसेंबर २०२३


हरि ॐ

इस साल मंगलवार, दि. २६ दिसम्बर २०२३ को, यानी दत्तजयंती के दिन वर्धमान व्रताधिराज का प्रारंभ हो रहा है।

गुरुवार, दि. ७ दिसम्बर २०२३ को श्रीहरिगुरुग्राम में हुए प्रवचन में, सद्‍गुरु अनिरुद्ध बापु ने इस वर्धमान व्रताधिराज का महत्त्व विशद किया। साथ ही, व्रतपुष्प के बारे में बताते हुए बापु ने कहा कि इस साल के व्रतकाल में श्रद्धावान अपनी पसंद के किसी भी स्तोत्र, जाप आदि को बतौर ’व्रतपुष्प’ स्वेच्छा से चुन सकते हैं। लेकिन यदि "मंगलाचरण" को व्रतपुष्प के रूप में चुना, तो वर्तमान दौर के लिए वह बेस्ट (उचित, अधिक श्रेयस्कर) साबित होगा, ऐसा भी बापु ने कहा। जल्द ही इस प्रवचन की लिंक श्रद्धावानों के लिए उपलब्ध करा दी जायेगी। फिर भी श्रद्धावानों की सुविधा के लिए इस मंगलाचरण के श्लोक नीचे दिये गए हैं।

मंगलाचरण

वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटिसमप्रभ।
निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥

भीमरूपी महारुद्रा वज्रहनुमान मारुती।
वानरी अंजनीपुत्रा रामदूता प्रभंजना ॥

गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णुः गुरुर्देवो महेश्वरः।
गुरु: साक्षात्‌‍ परब्रह्म तस्मै श्रीगुरवे नमः॥

सर्वमंगलमांगल्ये शिवे सर्वार्थसाधिके।
शरण्ये त्र्यंबके गौरि नारायणि नमोऽस्तु ते॥

अनसूयोऽत्रिसम्भूतो दत्तात्रेयो दिगम्बरः।
स्मर्तृगामी स्वभक्तानां उद्धर्ता भवसंकटात्‌‍॥

समीरसिंह दत्तोपाध्ये
शुक्रवार, दि. ८ दिसम्बर २०२३


Hari Om,

This year, Shree Vardhaman Vratadhiraj will begin on Tuesday, 26th December 2023, i.e. on the day of Shree Datta Jayanti.

Sadguru Aniruddha Bapu elaborated on the importance of Shree Vardhaman Vratadhiraj during his discourse delivered on Thursday, 7th December 2023. Besides, mentioning about Vratapushpa, Bapu said this year Shraddhavans may select any stotra, japa, etc., as per their choice. However, the selection of ‘Mangalacharan’ as the Vratapushpa will prove the best (apt and all the more beneficial) for today’s time. Very soon, this pravachan will be made available for all, and the link to the same will be shared shortly. Till such time the Shlokas of the Mangalacharan is given below for the convenience of Shraddhavans.

मंगलाचरण
Mangalaacharan

वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटिसमप्रभ।
निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥
Vakratunda Mahaakaaya Suryakotisamaprabha,
nirvighnam kuru me Deva sarvakaaryeshu sarvadaa.

भीमरूपी महारुद्रा वज्रहनुमान मारुती।
वानरी अंजनीपुत्रा रामदूता प्रभंजना ॥
Bheemaroopi Mahaarudraa Vajrahanumaan Maaruti,
Vaanari Anjaniputraa Ramdootaa Prabhanjanaa.

गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णुः गुरुर्देवो महेश्वरः।
गुरु: साक्षात्‌‍ परब्रह्म तस्मै श्रीगुरवे नमः॥
Gururbrahmaa Gururvishnuh Gururdevo Maheshwarah,
Guruh saakshaat Parabrahma tasmai Shreegurave namah.

सर्वमंगलमांगल्ये शिवे सर्वार्थसाधिके।
शरण्ये त्र्यंबके गौरि नारायणि नमोऽस्तु ते॥
Sarvamangalamaangalye Shive Sarvaarthasaadhike,
sharanye Tryambake Gauri Naaraayani namostute.

अनसूयोऽत्रिसम्भूतो दत्तात्रेयो दिगम्बरः।
स्मर्तृगामी स्वभक्तानां उद्धर्ता भवसंकटात्‌‍॥
Anasuyotrisambhooto Dattatreyo Digambarah,
Smartrugaami swabhaktaanaama Uddhartaa bhavasankataata.

 

-Samirsinh Dattopadhye
Friday, 8th December 2023