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ईको-फ्रेंडली गणेश मूर्तियां

सितंबर २०१९ संपादकीय, हरि ॐ श्रद्धावान सिंह एवं वीरा सावन के पवित्र महीने से त्योहारों की शुरुआत होती है जो कि आध्यात्म को बढाने में सहायक होती है। हर वर्ष, यह महीना हमें घोरकष्टोधारण स्त्रोत्र का सामूहिक पठन, श्री महादुर्गेश्वर प्रपत्ति, अश्वत्थ मारुती पूजन और वैभवलक्ष्मी पूजन में भाग लेने का अवसर प्रदान करता है। इस वर्ष से हमें, “शिव सहपरिवार पूजन” का महान अवसर भी प्राप्त हुआ है। जिन

आप कभी भी अकेले नहीं हैं, त्रिविक्रम आपके साथ है

सद्‍गुरु श्री अनिरुद्ध ने ४ फरवरी २०१६ के प्रवचन में ‘आप कभी भी अकेले नहीं हैं, त्रिविक्रम आपके साथ है (You Are Never Alone, Trivikram Is With You)’ इस बारे में बताया।   आप बोलेंगे बापू किसकी भक्ति करें हम लोग? किसी भी, किसी भी रूप की भक्ति कीजिये। मैंने कभी नहीं कहा कि इसी की भक्ति करो। मैं इसे माँ चण्डिका, माँ जगदंबा बोलता हूँ, आप दूसरे किसी की उपासना

आपके हृदय में भक्ति का होना यह आपके लिए आवश्यक है

सद्‍गुरु श्री अनिरुद्ध बापू ने ४ फरवरी २०१६ के प्रवचन में ‘आपके हृदय में भक्ति का होना यह आपके लिए आवश्यक है’ इस बारे में बताया।   मैं आपको एक चीज़ आज बोलना चाहता हूँ, हम बहोत सारे लोगों के मन में बचपन से बैठा हुआ है ये विचार, हमें बार-बार बोला भी जाता है। आप भक्ति नहीं करोगे तो भगवान कैसे प्रसन्न होगा? गलत। भगवान को आप की भक्ति की

रामनाम भय की नामोनिशानी मिटा देता है - भाग २

सद्‍गुरु श्री अनिरुद्ध बापू ने ४ फरवरी २०१६ के प्रवचन में ‘रामनाम भय की नामोनिशानी मिटा देता है’ इस बारे में बताया। और ये भी जान लीजिये, कोई भी भय जो है, जो शरीर के साथ जुड़ा है, उसका नाश किससे होता है? रामनाम लेने से होता है। मूलाधार चक्र, स्वाधिष्ठान चक्र और मणिपूर चक्र ये तीन चक्र प्रबल होने के कारण, सामर्थ्यवान होने के कारण इस भय का नाश होता

​भूमाता को प्रणाम करते समय की प्रार्थना

हरि ॐ दिनांक २७ जून २०१९ के गुरुवार के पितृवचन में सद्‌गुरु श्रीअनिरुद्ध बापु ने, भूमाता को प्रणाम करने का महत्त्व हम सबको बताया। ”यह भूमाता विष्णुजी की शक्ति है ऐसी हमारी धारणा है, यह हमारी संस्कृति है। सुबह जाग जाने पर ज़मीन पर कदम रखने से पहले भूमाता को प्रणाम करने से, दिन की शुरुआत मंगलमयी तथा पवित्रता से, अंबज्ञता से भरी होती है।” ऐसा बापु ने कहा। भूमाता

मूलाधार चक्र का लम् बीज और भक्तमाता जानकी - भाग २

सद्‍गुरु श्री अनिरुद्ध बापू ने ४ फरवरी २०१६ के प्रवचन में ‘मूलाधार चक्र का ‘लम्’ बीज और भक्तमाता जानकी’ इस बारे में बताया।   जानकी जो है, सीतामैया जो है, ये directly ‘लं’ बीज का आविष्कार है। ये वसुंधरा की कन्या होने के कारण, ये ‘लं’ बीज का मूर्तिमंत आविष्कार क्या है? तो ये ‘जानकी’ है। और उसकी शादी किसके साथ हो रही है? ‘राम’ के साथ – ‘श्रीराम’ के

श्रद्धावानांच्या जीवनातील हनुमानचलिसाचे महत्त्व भाग - ३ (The Significance of Hanuman Chalisa in Shraddhavan's Life Part - 3)

सद्गुरू श्री श्रीअनिरुद्धांनी त्यांच्या २० जून २०१३ च्या मराठी प्रवचनात श्रद्धावानांच्या जीवनातील हनुमानचलिसाचे महत्त्व (भाग – ३) याबाबत सांगितले. राजानों, मनुष्य जीवनामध्ये अनेक ठिकाणी हताश होतो, हतबल होतो मला जाणीव आहे, मला मान्य आहे. पण त्यातून बाहेर पडण्यासाठी माझ्या आईने अनेक मार्ग निर्माण करून दिलेले आहेत. तुम्हाला त्याच्यामधला हा सुंदर मार्ग आहे, किती सोपा मार्ग आहे मला सांगा आणि लागतात किती वेळ सात तास, आठ तास, नऊ तास मॅग्झिमम. खरं म्हणजे पाच

श्रद्धावानांच्या जीवनातील हनुमानचलिसाचे महत्त्व - भाग २

सद्गुरू श्री श्रीअनिरुद्धांनी त्यांच्या २० जून २०१३ च्या मराठी प्रवचनात ‘श्रद्धावानांच्या जीवनातील हनुमानचलिसाचे महत्त्व – भाग २’ (The Significance of Hanuman Chalisa in Shraddhavan’s Life – Part 2)’ याबाबत सांगितले.   असा हा महिना दोन पौर्णिमांच्या मध्ये बसलेला. ह्या महिन्यामध्ये कोणाचं स्मरण करायचं आहे? हनुमानचालिसाचं स्मरण करायचं आहे. म्हणजे हनुमानचालिसातल्या हनुमंताच्या चरित्राचं स्मरण करायचं आहे. तुमच्या लक्षात आलं, आम्ही अनेक जण करतो. पण खरच सांगतो तुम्हाला राजानों, एकशे आठ (हनुमानचालिसा) मध्ये करताना

‘अल्फा टू ओमेगा’ न्युजलेटर – अप्रैल २०१९

  अप्रैल २०१९ संपादक की कलम से   हरि ॐ श्रद्धावान सिंह / वीरा, हमारे देश में और हमारे आस पास के मौसम में तेजी से बदलाव हो रहे हैं। गर्मी की शुरुआत हो चुकी है और वह अपनी चरम सीमा की ओर बढ़ रही है। हम सब ने पिछले महीने में ही होली मना कर सर्दी से विदाई ली सभी श्रद्धावान मित्रों ने होलीपूर्णिमा उत्सव और महाशिवरात्रि उत्सव में

चैत्र पूर्णिमा (हनुमानपूर्णिमा) के पावन अवसर पर श्रीगोविद्यापीठम में श्रीदत्तात्रेयजी की मूर्ति की स्थापना

हरि ॐ. आज दिनांक १९ एप्रिल २०१९ को चैत्र पूर्णिमा (हनुमानपूर्णिमा) के पावन अवसर पर परमपूज्य सद्गुरु अनिरुद्ध बापु ने महाधर्मवर्मन श्री. योगींद्रसिंह जोशी और महाधर्मवर्मन सौ. विशाखावीरा जोशी के हाथों श्रीगोविद्यापीठम में श्रीदत्तात्रेयजी की मूर्ति की स्थापना करवा ली। सभी श्रद्धावानों की जानकारी के लिए फोटो जोड़ रहा हूँ। —————————————————————————— हरि ॐ. आज दिनांक १९ एप्रिल २०१९ रोजी चैत्र पौर्णिमेच्या (हनुमानपौर्णिमेच्या) पवित्र दिनी परमपूज्य सद्गुरु अनिरुद्ध बापूंनी महाधर्मवर्मन श्री.