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ऑनलाईन प्रिकॉशन्स – भाग १

हम सब को किसी ना किसी कारणवश घरसे बाहर निकलना ही पड़ता है। ऑफिस के बहाने, कॉलेज, स्कूल, व्यवसाय के बहाने, खरीदी करने के लिए, या घूमने के लिए भी जाना हो तो घर से बाहर निकलनाही पडता है। बाहर निकलने के बाद हम यात्रा के दरमियाँन, रास्ते में चलते समय, रास्ता क्रॉस करते समय, गाडी पार्क करते समय, शॉपिंग करते समय सावधानी बरततें रहते हैं। समय के बहाव में,

सुन्दरकाण्ड पाठ, पूजन एवं अभिषेक (Sunderkand Paath) - Aniruddha Bapu

परमपूज्य सद्‍गुरु श्री अनिरुद्ध बापू ने अपने ०३ मार्च २०१६ के पितृवचनम् में श्रीहरिगुरुग्राम में १७ मई २०१६ से २१ मई २०१६ तक होनेवाले सुन्दरकाण्ड पाठ के बारे में जानकारी दी। १७ मई २०१६ से २१ मई २०१६ तक ५ दिन यहां श्री हरिगुरुग्राम में सुबह ९ बजे से शाम को ७ बजे तक पूरे के पूरे वैदिक पध्दति से उपाध्याय गणों के द्वारा यहां सुन्दरकाण्ड का पठण, पूजन और

सुंदरकांड पठण उत्सव - १७ मई से २१ मई २०१६

संतश्रेष्ठ श्री तुलसीदास जी विरचित ‘श्रीरामचरितमानस’ यह ग्रंथ भारत भर के श्रद्धावान-जगत् में बड़ी श्रद्धा के साथ पढ़ा जाता है। इस ग्रन्थ के ‘सुंदरकांड’ का श्रद्धावानों के जीवन में बहुत ही महत्त्वपूर्ण स्थान है। सद्गुरु श्री अनिरुद्ध जी को भी ‘सुंदरकांड’ अत्यधिक प्रिय है।  सीतामैया की खोज करने हनुमान जी के साथ निकला वानरसमूह सागरतट तक पहुँच जाता है, यहाँ से सुन्दरकांड का प्रारंभ होता है। उसके बाद हनुमान जी

आक्रमक जापान - भाग ४

आज भी इस आक्रमकता की छाया से दोनों देश पूर्णरूप से मुक्त नहीं हुए हैं। इसके पश्चात्‌ ऍबे ने प्रधानमंत्री मोदी के जापान दौर के अन्तर्गत लगभग ३५० करोड़ डॉलर्स का निवेश करने की घोषणा की। उसी प्रकार भारत को काफ़ी बड़े पैमाने पर यांत्रिक ज्ञान एवं यांत्रिक ज्ञान पर आधारित सेवा उपलब्ध करवाने के लिए भी जापान ने मान्य किया है। भारत एवं जापान के बीच बढ़ते हुए इस

शिवगंगागौरीमाता-गदास्तोत्र का महत्त्व (Importance of Shivagangagauri-gadastotram) - Aniruddha Bapu

परमपूज्य सद्‍गुरु श्री अनिरुद्ध बापू ने अपने १० मार्च २०१६ के पितृवचनम् में  ‘ शिवगंगागौरीमाता-गदास्तोत्र का महत्त्व ’ इस बारे में बताया। आज हम शिवगंगागौरीमाता-गदास्तोत्र का मतलब संक्षिप्त में देखते हैं। अभीष्टा है, अभीष्ट करनेवाली है, सब कुछ अच्छा करनेवाली है। अरिष्टस्तंभनकारिणी है। अरिष्ट याने जो संकट आनेवाला है उसका स्तंभन करनेवाली उसे वहीं रोक देनेवाली। ये कैसी है, तो वडवानला है। यानी पानी में भी जो अग्नि नहीं बुझती, ऐसी

Celebrations inside JNU after Dantewada Massacre of CRPF personnel

On 6th April 2010, Maoists carried out a cold-blooded attack in Dantewada district in the state of Chattisgarh, which resulted in the death of 76 CRPF personnel. Amidst angry reactions from across the country condemning this incident, there were reports that some students of JNU held celebrations inside the JNU campus. The students shouted slogans of ‘India Murdabad’ (Down with India) and ‘Maowad Zindabad’ (Long live Maoism) to celebrate this

Smriti Irani

‘जेएनयू के विवाद के कारण देश की प्रतिमा को ठेस पहुँची है। इसका पर्यटन क्षेत्र पर विपरित परिणाम हुआ है’ ऐसा खेद केंद्रीय पर्यटन राज्यमंत्री महेश शर्मा ने ज़ाहिर किया है। देश की प्रतिमा को ठेस पहुँचानेवाली जवाहरलाल नेहरू युनिव्हर्सिटी का विवाद निश्चित रूप में कब और कैसे शुरू हुआ इसका विस्मरण ही हो जाये, इतनी तेज़ी से घटनाचक्र घूमने लगा है। जेएनयू’ मसले के बारे में अधिक जानकारी के

Smriti Irani

केंद्रीय मनुष्यबलविकास मंत्री स्मृती इराणी ने ‘जेएनयू’ के सिलसिले में संसद में उपस्थित किये गए प्रश्नों का बहुत ही प्रभावी रूप से जवाब दिया। अफ़ज़ल गुरु को बचाव का पूरा मौक़ा दिया जाने के बाद, सर्वोच्च न्यायालय ने उसे फ़ाँसी की सज़ा सुनायी। उसके बाद उसे बार बार माफ़ी के लिए आवेदन करने का भी मौक़ा दिया गया। उसके बाद ही, उसे सुनायी गयी फ़ाँसी की सज़ा पर अमल किया

JNU

देशद्रोह के आरोप के तहत दिल्ली पुलीस द्वारा ग़िरफ़्तार किये गये छात्रनेता कन्हैया कुमार को अंतरिम ज़मानत पर रिहा किया गया। उसकी रिहाई के बाद ‘जेएनयू’ में जल्लोष मनाया जा रहा है। लगभग सभी वृत्तवाहिनियों (चॅनल्स) पर ‘कन्हैया’ के इंटरव्यू प्रसारित किये जा रहे हैं। इस छात्रनेता को कुछ लोग ‘राजनीतिक नायक’ के रूप में प्रस्तुत कर रहे हैं, ऐसे आरोप हो रहे हैं। उसी समय ‘जेएनयू’ यह देश को

यू टयुब - भाग २

यू-टयुब चॅनेल्स : १) यू-टयुब चॅनेल्स यानि क्या? बहुत सारे लोग यू-टयुब पर व्हिडिओज् सतत अपलोड (upload) करते रहते हैं। अपलोड करना यानी किसी व्हिडिओ को कॉम्प्युटर से यू-टयुब पर डालना। यू-टयुब का घोष वाक्य ही ‘Broadcast Yourself’ इस प्रकार है। अर्थात हम अपने व्हिडिओज् इस यू-टयुब की सहायता से पूरी दुनिया में प्रसारित कर सकते हैं। यू-टयुब पर अपना खुदका चॅनल बनाना कोई बड़ी बात नहीं। कोई भी सामान्य