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रक्षादल प्रगत करने के लिए रहेगी सर्वोच्च प्राथमिकता – रक्षादल प्रमुख जनरल बिपीन रावत नई दिल्ली – तीनों रक्षादलों को संतुलित मात्रा में प्रगत करने के लिए अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता रहेगी, यह बयान रक्षादल प्रमुख जनरल बिपीन रावत ने किया है| केंद्रीय बजट पेश किया गया है और इसमें रक्षाखर्च के लिए किए प्रावधान पर जनरल रावत ने संतोष व्यक्त किया है| साथ ही जरूरत होने पर रक्षादलों के लिए

मेरे सभी श्रद्धावान मित्रों के लिए एक सूचना

हरि ॐ, मैंने पहले सूचित कियेनुसार, सोमवार, दि. २० जनवरी से सोमवार, दि. २७ जनवरी २०२० इस कालावधि में मैं महत्त्वपूर्ण कामों में व्यस्त होने के कारण श्रद्धावानों की मुलाक़ातों के लिए उपलब्ध रहनेवाला नहीं था। लेकिन हाथ में लिए कामों की व्याप्ति को देखते हुए, मुझे यह कालावधि शुक्रवार, दि. ३१ जनवरी २०२० तक बढ़ानी पड़ रही है। उसके बाद मैं श्रद्धावानों की मुलाक़ातों के लिए (संस्था के अथवा

सुलेमानी की हत्या के बाद खाड़ी क्षेत्र में बदलते हालात

सुलेमानी की हत्या ‘आयएस’ को बल देगी – ‘आयएस’ से जुडी पत्रिका का दावा बगदाद – ईरान के लष्करी नेता जनरल कासेम सुलेमानी की हत्या आतंकी ‘आयएस’ संगठन के लिए सहायक होनेवाला ईश्‍वारी हस्तक्षेप साबित होता है, यह दावा ‘आयएस’ से जुडी पत्रिका ‘अल-नबा’ने किया है| ब्रिटीश वृत्तसंस्था ने इस से जुडी खबर प्रसिद्ध की है और इसमें सुलेमानी की हत्या का संबंध इतिहास के ‘रोमन-पर्शियन वॉर्स’ से जोडा गया

श्रद्धावान मित्रों के लिए एक सूचना

हरि ॐ, सोमवार, दि. २० जनवरी से सोमवार, दि. २७ जनवरी २०२० इस कालावधि में मैं महत्त्वपूर्ण कामों के लिए छुट्टी पर हूँ और किसी भी कारण के लिए (संस्था के अथवा व्यक्तिगत काम के सिलसिले में) मुलाक़ात के लिए मैं उपलब्ध नहीं रहूँगा, इस बात पर सभी श्रद्धावान कृपया ग़ौर करें। ——————————————————————— हरि ॐ, सोमवार, दि. २० जानेवारी ते सोमवार, दि. २७ जानेवारी २०२० ह्या कालावधीमध्ये मी महत्त्वाच्या कामांसाठी

भारत के रक्षा क्षेत्र से जुडी गतिविधियां

सीडीएस जनरल रावत ने दिए ‘एअर डिफेन्स कमांड’ का प्लैन तैयार करने के आदेश नई दिल्ली – देश की हवाई सुरक्षा अधिक मजबूत करने के लिए ‘सीडीएस’ जनरल बिपीन रावत ने ‘एअर डिफेन्स कमांड’ का निर्माण करने के लिए प्लैन तय करने के आदेश जारी किए है| ३० जून तक यह प्लैन तैयार करने की सूचना जनरल रावत ने की है और ‘सीडीएस’ पद पर नियुक्त होने के बाद उन्होंने

श्री साईसच्चरित पंचशील परिक्षा – २०२० चा पारितोषिक वितरण समारंभ

श्री साईसच्चरित पंचशील परिक्षा – २०२० चा पारितोषिक वितरण समारंभ रविवार दि. १२ जानेवारी २०२० रोजी होणार आहे. दरवर्षी ह्या कार्यक्रमामध्ये पारितोषिक वितरण झाल्यावर दुसर्‍या सत्रामध्ये “अनिरुद्धाज् मेलोडीज्” च्या संगीताचा आनंद सर्व श्रद्धावान घेत असतात. यावर्षी दुसर्‍या सत्रामध्ये अनिरुद्धाज् मेलोडीज्‌च्या लाईव्ह वाद्यवृंदाच्या कार्यक्रमाऐवजी आधी झालेल्या कार्यक्रमांमधील रेकॉर्डेड गाणी तसेच काही निवडक अभंग LED  स्क्रिनवर दाखविण्यात येतील. दुसरे सत्र साधारण एक ते दीड तासाचे असेल. आपण सर्वांनी बक्षिस घेणार्‍या श्रद्धावानांना बक्षिस

भारत-अमरिका सहयोग नये मोड़ पर

अमरिकी प्रतिबंधों से ‘चाबहार’ को सहुलियत – भारत ने किया निर्णय का स्वागत वॉशिंग्टन – भारत से विकसित हो रहे ईरान के चाबहार बंदरगाह को अमरिका ने अपने प्रतिबंधों से सहुलियत प्रदान की है| अफगानिस्तान को ईंधन एवं अन्य जरूरी सामान की आपुर्ति करने के लिए यह बंदरगाह उपयोगी साबित हो रहा है और इसी कारण यह सहुलियत देने की जानकारी अमरिका के वरिष्ठ अफसरों ने साझा की है| पर,

अनिरुध्द भक्तिभाव चैतन्य

बर २०१९ संपादकीय हरि ॐ सिंह एवं वीरा, अक्टूबर के महीने में हमने अशुभनाशिनी नवरात्रि, विजयादशमी उत्सव, श्री धनलक्ष्मी उत्सव और श्रीयन्त्र पूजन, यह उत्सव मनाये। इसी मास में दिवाली का उत्सव भी मनाये जाने के कारण, वातावरण में आध्यात्मिक परिपूर्णता के अतिरिक्त भी त्यौहार मानने के जोश को चार चाँद लगा गए। श्रीयन्त्र धनलक्ष्मी पूजन उत्सव में भाग लेते समय, सद्गुरु अनिरुद्धजी के श्रद्धावान मित्रों ने लड्डू, चिवड़ा, चकली,

गुरुमंत्र का बीज ‘रं’ बीज ही है

सद्‍गुरु श्री अनिरुद्ध बापू ने २० अप्रैल २०१७ के प्रवचन में ‘गुरुक्षेत्रम् मंत्र का बीज ‘रं’ बीज ही है(Ram beej is the beej of Guru-Mantra)’ इस बारे में बताया।   तो ये शृंगीप्रकाश और भृंगीप्रकाश। पहले उनका नाम क्या था, महर्षि शृंगी, महर्षि भृंगी। बाद में नाम क्या था? शृंगीनाथ, भृंगीनाथ। बाद में नाम क्या हो गया? शृंगीप्रकाश, भृंगीप्रकाश। अभी नाम क्या हो रहा है? शृंगीप्रसाद, भृंगीप्रसाद। ये जो शृंगीप्रसाद,

अंतरिक्ष और विज्ञान से जुडी रोचक खबरें

लर्कर्स परग्रहवासी पृथ्वी पर नजर रखकर है – शोधकर्ता बेनफोर्ड का दावा वॉशिंगटन – ‘‘लर्कर्स’ परग्रहवासी अंतरिक्ष से पृथ्वीपर नजर रखकर है’, यह इशारा नामांकित शोधकर्ता जेम्स बेनफोर्ड ने दिया है| ‘द एस्ट्रॉनॉमिकल जर्नल’ में प्रसिद्ध हुए अपने प्रबंध के जरिए बेनफोर्ड ने यह सनसनीखेज दावा किया| ‘पृथ्वी से करीब होनेवाले उल्का एवं लघुग्रहों का इस्तेमाल अपने ठिकाने के तौर पर करके यह ‘लर्कर्स’ पृथ्वी पर काफी बारीकी से नजर