ऑनलाईन/डिजिटल रामनाम वही

ठीक तेरह साल पहले अगस्त २००५ में, सद्गुरु श्रीअनिरुद्ध (परमपूज्य बापू) ने “अनिरुद्धाज् युनिवर्सल बँक ऑफ रामनाम” का शुभारंभ किया।

श्रद्धावानों को प्रारब्ध से लड़ने की ताकत प्राप्त होकर, जीवन की समस्याओं को मात देने के लिए सहायता मिलें और उनके जीवन में सुखशांति क़ायम हों, इस हेतु से स्थापन हुआ यह अनोखा बँक अब श्रद्धावानों के लिए एक बेहतरीन उपहार लेकर आया है और वह है - ‘ऑनलाईन/डिजिटल रामनाम बही’!

‘ऑनलाईन/डिजिटल रामनाम बही’ का शुभारंभ करते हुए “अनिरुद्धाज् युनिवर्सल बँक ऑफ रामनाम” को बहुत ही खुशी हो रही है। इस ऍन्ड्रॉईड ऍप को डाऊनलोड करने के लिए https://goo.gl/x8oCsW पर क्लिक करें।

इस ऍप के द्वारा आप अपने ऍन्ड्रॉईड फोन अथवा टॅब्लेट पर रामनाम बही लिख सकते हैं। इस ऍप को प्लेस्टोअर से विनामूल्य डाऊनलोड किया जा सकता है। इस ऍप में रामनाम बही खरीदने की और उसे लिखने की सुविधा है। इस ऍप के कारण कहीं भी, यहाँ तक कि प्रवास करते समय भी रामनाम बही लिखने की सुविधा युजर को प्राप्त हो सकती है। एक बार यह ‘रामनाम बही’ ऍप डाऊनलोड करने के बाद उसका ऑफलाईन भी इस्तेमाल किया जा सकता है। यदि किसी ने अब तक अपना रामनाम बँक अकाऊन्ट नहीं खोला है, तो उसे ऑनलाईन खोलने की सुविधा भी इस ऍप के द्वारा दी गयी है। यदि रामनाम बँक में पहले से अकाऊन्ट है, तो ‘साईन-अप’ के समय अकाऊन्ट नंबर दें। इस ऍप के द्वारा लिखी गयी रामनामबही पूरी होने के बाद वह अपनेआप ही आपके रामनाम बँक खाते में जमा होगी और जमा बहियों का रेकॉर्ड अपडेट किया जायेगा।

मुझे यक़ीन है कि हर कोई इस अवसर का आनन्दपूर्वक लाभ उठायेगा।

 

॥ हरि ॐ ॥ ॥ श्रीराम ॥ ॥ अंबज्ञ ॥