हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी कोल्हापूर ज़िले के विविध गावोंमें मेडिकल एवं हेल्थकेअर कॅम्प का आयोजन किया गया था। इस कॅम्प ९०,००० स्क्वे. फि. के का क्षेत्रफल में फैला हुआ था। इस कॅम्प की हमेशा ही इन गावोंमें प्रतिक्षा की जाती है। इस सारे इलाके मे कुल ८५ गावो के लगभग ६०,००० गाववासीयों को यह कॅम्प समग्र स्वास्थ्य सेवा दिलाता है। वैद्यकीय एवं आरोग्यसेवा की अनेक शाखाएं, जैसे; दंतचिकीत्सा, नेत्रचिकित्सा, दवाख़ाना, एक्स-रे, फार्मासी (औषधालय), बच्चो की जांच, कर्णनासाकंठ जांच, हृदयरोग चिकित्सा, स्त्रीरोग चिकित्सा, त्वचा चिकित्सा, होमियोपॅथी, सर्जरी, पॅथोलॉजी ई. उपचार गावकरीयोंको मुफ्त मे दिये गये। १५० से भी ज्यादा डॉक्टर्स और लगभग १७५ सहयोगी स्टाफ ने ये सेवामें भाग लिया। पिछले साल लगभग १३,५०० गाववासी मरिजोंका इलाज इस कॅम्प में किया गया।
इस कॅम्प में ना केवल इन गाववासीयोंकी सेहत का इलाज किया गया बल्की इन्हे ’जुने ते सोने’ (पुराना वही सोना) इस योजना के अंतर्गत स्त्री एवं पुरुषोंको अलग अलग कपडे तथा सर्दी से बचने के लिये स्वेटर्स, रजाई, मफलर, शाल दिये गए। व्यक्तिगत स्वच्छता के लिये कुछ वस्तुए जैसे – बरतन धोने का पावडर, साबुन, कंगी, जूँ की कंगी, रोगाणुनाशक पाउडर, जल शुद्धीकरणहेतु सामग्री, ई. का वितरण इन ८५ गावों में किया गया। यह संपूर्ण साहित्य हर एक परिवार की जरूरतोंनुसार अलग अलग पोटलियोंमें बांधा गया था। यह एक विशाल और महत्वपूर्ण कार्य होता है। यह सुनिश्चित करता है की हर जरूरतमंद को योग्य सहायता मिले, ना कम ना ज्यादा।
इसी आरोग्य सेवा शिबीर के यानी दुसरे दिन के कुछ फोटो आप यहॉं देख सकते है।