भारत की सुरक्षा से जुडी महत्वपूर्ण खबरें

रक्षादल प्रगत करने के लिए रहेगी सर्वोच्च प्राथमिकता – रक्षादल प्रमुख जनरल बिपीन रावत

नई दिल्ली – तीनों रक्षादलों को संतुलित मात्रा में प्रगत करने के लिए अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता रहेगी, यह बयान रक्षादल प्रमुख जनरल बिपीन रावत ने किया है| केंद्रीय बजट पेश किया गया है और इसमें रक्षाखर्च के लिए किए प्रावधान पर जनरल रावत ने संतोष व्यक्त किया है| साथ ही जरूरत होने पर रक्षादलों के लिए अधिक नीधि की मांग केंद्र सरकार के सामने रखी जाएगी, यह भी जनरल रावत ने स्पष्ट किया|

वर्तमान बजट में रक्षादलों के लिए ३,३७,५५७ करोड रुपयों का प्रावधान किया गया है| साथ ही नए रक्षा सामान एवं हथियारों की खरिद के लिए अलग प्रावधान किए गए है| एवं सेवानिवृत्त सैनिकों के पेन्शन के लिए १,३३,८२५ करोड रुपयों का प्रावधान घोषित किया गया| इस पर जनरल रावत ने संतोष जताया| साथ ही तीनों रक्षादलों को प्रगत करने के लिए हम कोशिश करेंगे और इसे ही अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता रहेगी, यह ऐलान जनरल रावत ने किया|

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भारतीय सेना कर रही है युद्ध की तैयारी बढाने की कोशिश

नई दिल्ली: भारतीय सेना ने करीबन ४० दिन के युद्ध के लिए पर्याप्त रक्षा सामान का भंडार करने की तैयारी शुरू की है| इसमें मिसाइल, राकेटस्, तोंप के गोले एवं बम का समावेश है| फिलहाल दस दिनों के कडे संघर्ष के लिए जरूरी हथियार एवं बारूद और रक्षा सामान का भंडार रखने पर सेना ध्यान दे रही है| पर, अगलें दिनों में इसका दायरा बढाने के संकेत सेना ने दिए है| ‘टाईम्स ऑफ इंडिया’ ने अपने सूत्रों के दाखिले से यह समाचार जारी किया है|

भारतीय सेना हमेशा युद्ध के लिए तैयार रही है| पर, अगले दिनों में इस क्षमता में बढोतरी करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे| इसमें दस दिनों के कडे संघर्ष के लिए आवश्यक रक्षा सामान तैयार रखा जाएगा और इसकी व्याप्ती भी बढाई जाएगा| वर्ष २०२२ से २०२३ तक करीबन ४० दिनों की जंग के लिए जरूरी सामान का भंडार करने का उद्देश्य सेना ने रखा है| इसके लिए जरूरी रक्षा सामान की खरीद हो रही है और इसके लिए देशी एवं विदेशी कंपनियों के साथ सहयोग समझौते किए जा रहे है|

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हफ्ते में दुसरी बार हुआ बैलेस्टिक ‘के-४’ मिसाइल का परीक्षण

नई दिल्ली: पूरे पाकिस्तान और चीन के काफी हिस्से को अपने दायरे में रखनेवाली बैलेस्टिक ‘के–४’ मिसाइल का शुक्रवार के दिन भारत ने दुबारा परीक्षण किया| यह इसी हफ्तें में किया गया दुसरा परीक्षण है और इस के साथ ही पाकिस्तान की बेचैनी बढने की खबरें प्राप्त हुई है|

शुक्रवार के दिन विशाखापट्टनम के निकट समुद्र में ‘के–४’ का परीक्षण किया गया| भारतीय नौसेना के बेडे में दाखिल इस अंतरमाद्विपीय मिसाईलों के दायरे में चीन के कई शहर आते है| यह बैलेस्टिक मिसाइल परमाणु पनडुब्बी ‘आयएनएस अरिहंत’ पर तैनात करने की तैयारी शुरू है| इस नजरिए से यह परीक्षण हो रहे है| रविवार को भी परमाणु ‘आयएनएस अरिहंत’ पनडुब्बी से ‘के–४’ का परीक्षण किया गया|

पनडुब्बी से हमला करने की क्षमता रखने वाले दो बैलेस्टिक मिसाइल भारत ने विकसित किए है| इसी में ‘के–४’ शामिल है और अन्य मिसाइल ‘बीओ–५’ नाम से जाना जाता है| ‘बीओ–५’ मिसाइल ७०० किलोमीटर दूरी तक हमला करने के लिए उपयुक्त सिद्ध हुआ है|

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