ब्रिटेन और ब्रेक्जिट का मसला

ब्रेक्जिट की गडबडी की वजह से ब्रिटेन की हंसी हो रही है – बहुराष्ट्रीय कंपनी के प्रमुख का दावा

ब्रिटेन और ब्रेक्जिटलंदन – संपूर्ण दुनिया ब्रिटेन की तरफ ध्यान दे रही है| एक समय पर ब्रिटेन यह देश स्थिरता का दीपस्तंभ के तौर पर पहचाना जा रहा था| अब ब्रिटेन की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिमा प्रतिदिन हास्यजनक होती जा रही है| यह अब काफी है| उद्योग क्षेत्र की सहनशीलता खत्म हो रही है, ऐसे कड़े शब्दों में सिमेन्स इस बहुराष्ट्रीय कंपनी के ब्रिटेन में प्रमुख जुर्गन मेयर ने ब्रिटेन सरकार को फटकारा है| पिछले कई महीनों में ब्रेक्जिट के मुद्दे पर ब्रिटेन के राजनैतिक क्षेत्र में जबरदस्त गड़बड़ी हुई है और देश अराजकता की दिशा में जाने के दावे प्रसार माध्यमों से हो रहे हैं| इस पृष्ठभूमि पर बहुराष्ट्रीय कंपनी के प्रमुख से सुनाए गए कड़े बोल ध्यान केंद्रित कर रहे हैं|

मूल जर्मन होनेवाले सिमेन्स इस बहुराष्ट्रीय कंपनी की ब्रिटेन में बड़ी तादाद में निवेश एवं व्यापार है| देश में अग्रणी के औद्योगिक उपक्रमों में समावेश होनेवाले इस कंपनी में १५००० कर्मचारी काम करते हैं|

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ब्रेक्जिट समझौते को मंजूरी प्राप्त होने पर – ब्रिटीश प्रधानमंत्री इस्तिफा देगी

ब्रिटेन और ब्रेक्जिटलंदन: यूरोपीय महासंघ से अलग होने के लिए ब्रिटेन के सामने रखे गए आठों के आठ विकल्प ब्रिटीश संसद ने ठुकराए है| इस वजह से ‘ब्रेक्जिट’ का प्रश्‍न जटिल हुआ है और इसके सियासी परिणाम सामने आ रहे है| ‘ब्रेक्जिट’ समझौते को संसद ने मंजूरी दी तो इस्तिफा देने का प्रस्ताव प्रधानमंत्री थेरेसा मे इन्होंने संसद के सामने रखकर नई खलबली मचाई है|

ब्रिटेन महासंघ से कब और कैसे अलग होगा, इस मुद्देपर बनी गडबडी दिन हर दिन और भी बढ रही है| प्रधानमंत्री थेरेसा मे एवं उनके सहयोगीयों ने रखे आठ प्रस्ताव और बदलाव ब्रिटेन की संसद ने ठुकराए है| कुछ दिन पहले ब्रिटेन की संसद ने ब्रेक्जिट की प्रक्रिया अब संसद संभालेगी, इस प्रकार के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी| इस वजह से संसद नया प्रस्ताव बहुमत से मंजूर करेगी एवं अगली राह खुली करेगी, यह समझा जा रहा था|

लेकिन, संसद ने ‘ब्रेक्जिट’ के अधिकार अपने हाथ लेने पर भी इस का हल प्राप्त नही हो सका है| 

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ब्रिटेन के सियासी गडबडी की पृष्ठभूमि पर यूरोपीय महासंघ ‘नो डील ब्रेक्जिट’ के लिए पुरी तरह तैयार

ब्रिटेन और ब्रेक्जिटब्रुसेल्स/लंदन – ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने ब्रेक्जिट अमल में लाने के लिए सीमित समय प्राप्त करने पर भी ब्रिटेन के सियासी सर्कल में शुरू गड़बड़ी अभी भी समाप्त नहीं हुई हैं| सोमवार रात को ब्रिटेन की संसद में प्रधानमंत्री मे ने प्रस्तुत किए विधेयक को फिर एक बार वर्जित करते हुए आगे का निर्णय मंत्रियों के बदले संसद लेगी, ऐसी अग्रही भूमिका रखी हैं| इस पृष्ठभूमि पर यूरोपीय महासंघ ने ‘नो डील ब्रेक्जिट’ के लिए सज्जता रखने का जाहिर करते हुए उस संदर्भ का कथन भी प्रसिद्ध किया हैं|

ब्रिटेन की संसद में पिछले एक महीने से ब्रेक्जिट के संबंधी प्रस्तुत किए विविध विधेयकों में से एक भी प्रस्ताव पर पूर्ण संसद की सहमति नहीं हो सकी हैं| इस कारण इससे पहले महासंघ के साथ हुए समझौते के नुसार, २९ मार्च को ब्रिटेन यूरोपियन संघ से बाहर नहीं होगा, यह निश्चित हुआ हैं|  पिछले सप्ताह में यूरोपीय महासंघ ने ब्रिटेन को २२ मई की नई अवधि देते हुए १२ अप्रैल तक संसद अंतिम निर्णय दे, ऐसे निर्देश दिए हैं| 

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