परग्रहवासी अनुनाकीयोंपर डॉ. अनिरुद्ध जोशी द्वारा लिखित अग्रलेखमाला

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वाचकों को यह जानकारी देते हुए हमें खुशी हो रही है कि ’eसाप्ताहिक अंबज्ञ प्रत्यक्ष’ डॉ. अनिरुद्ध धैर्यधर जोशी द्वारा लिखित तुलसीपत्र अग्रलेखमाला के लेखों के वर्तमान क्रम में परिवर्तन करते हुए अब ७ नवंबर २०१४ से तुलसीपत्र ९९७ से शुरु होनेवाले अग्रलेख प्रकाशित किये जाएंगें। इन अत्यन्त महत्त्वपूर्ण अग्रलेखों में डॉ. अनिरुद्ध धैर्यधर जोशी(सद्‌गुरु अनिरुद्ध बापू) के द्वारा परग्रहवासी अनुनाकीयों के वसुन्धरा पृथ्वी पर हुए आगमन से संबंधित इतिहास के संदर्भ में सविस्तार मार्गदर्शन किया जा रहा है। यह लेखमाला पार्वती-कश्यप संवादसे शुरु होती है। मानवजाती का यह इतिहास इस पार्वती-कश्यप संवाद में छुपा है। 

२१ अगस्त २०१४ के प्रवचन में सद्‌गुरु अनिरुद्ध बापूने इस इतिहास का उल्लेख करते हुए कहा था की “Useless eaters” (मुफ्त की रोटियाँ तोडनेवाले) यह संकल्पना मानव समाज को अज्ञान और अंधकार में रखने के उद्देश्य से ही आगे आइ है। इस लेखमालामें दिये गये नाम ग्रीक-अफ्रिकन लगते है। इसका संबंध भी ग्रीक-इजिप्त संस्कृती से है। इस लेखमाला से यह साबित होता है कि मानव हजारों साल पहलेभी कितना प्रगतिशील था। यह और एसे बहुतसे महत्त्वपूर्ण मुद्दे हमें पढने मिले है। इस इतिहास को जतन करना हमारे लिए आवश्यक है। मैं यह आशा करता हूँ के इस लेखमाला से सभी श्रद्धावानॊंको लाभ होगा। जिन्होंने अभी तक किसी कारणवश इस लेखमाला का अध्ययन नहीं किया है उनके लिए यह हिन्दी ई-साप्ताहिक में प्रकाशित होनेवाली अनुनाकीय लेखमालाएँ एक सुनहरा अवसर है। यह सारे अग्रलेख क्रमश: प्रकाशित किये जायेंगे।

ll हरि ॐ ll ll श्रीराम ll ll अंबज्ञ ll