मनुष्य का मन अन्न के तरल भाग से बनता है – भाग २
सद्गुरु श्री अनिरुद्धजी ने ०७ अक्टूबर २०१० के पितृवचनम् में ‘मनुष्य का मन अन्न के तरल भाग से बनता है’ इस बारे में बताया। तो ये जो पायसम और ये जो श्रीखंडम हैं, ये बेस्ट विशेष पदार्थ क्यों माने गए? क्योंकि ये जो भावशारीरि गुण जो इनमें हैं, इनसे जो शरीर में, हर एक के शरीर में भावशारीरि गुण बनते हैं, वो समान हैं। यानी जैसे देखिए कि, एक एक्झाम्पल