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भगवान पर आपका भरोसा जितना बढ़ता है, उतना आपका आत्मविश्वास बढ़ता है    

सद्‍गुरु श्री अनिरुद्धजी ने ०७ अप्रैल २००५ के पितृवचनम् में ‘भगवान पर आपका भरोसा जितना बढ़ता है, उतना आपका आत्मविश्वास बढ़ता है’ इस बारे में बताया। राधाजी के पास जितना आत्मविश्वास है, उतना किसी के भी पास नहीं होता। उनके पास सबसे ज्यादा आत्मविश्वास होता है। क्योंकि आत्मविश्वास ये उतना ही होता है, किसीके भी पास, जितनी उसके पास भक्ति होती है। अगर मेरे पास आत्मविश्वास कम है, इसका मतलब

भगवान पर भरोसा रखो (Have Faith in God) - Aniruddha Bapu‬

भगवान पर भरोसा रखो (Have Faith in God) – Aniruddha Bapu‬ परम पूज्य सद्‍गुरू श्री अनिरुद्ध बापूने उनके ०८ जनवरी २०१५ के हिंदी प्रवचन के दौरान ‘भगवान हर पल मेरे साथ है और मेरे लिए खुदको बदलता हैं। भगवान पर भरोसा करो’, इस बारे में बताया। हमें जानना चाहिए, भगवान हर पल मेरे साथ है और मेरे लिए खुदको बदलता हैं। हम लोग सोचते हैं की हमें भगवान के लिए

भय से मुक्ति पाने के लिए भगवान पर भरोसा रखिए (Keep Faith in God to get rid of Fear) - Aniruddha Bapu Hindi Discourse 15 May 2014.

मानव जिस बात से डरता है, उसके बारे में वह ज्यादा सोचता है । जिस बात से उसे डर नहीं लगता उसके बारे में वह नहीं सोचता । सच्चे श्रद्धावान की जिम्मेदारी भगवान उठाते हैं और निरपेक्ष प्रेम के साथ उसके लिए सब कुछ करते रह्ते हैं । मानव का भगवान पर पूरा भरोसा होना चाहिए । भय से मुक्ति पाने के लिए भगवान पर भरोसा रखना आवश्यक है, यह

भरोसा (Surety & Certainty) - Aniruddha Bapu Hindi Discourse 19 February 2004

  Surety & Certainty – मानव को केवल भगवान पर ही भरोसा करना चाहिए और भगवान पर ही केवल भरोसा करने की शक्ति ही राधाजी है । विश्वास और भरोसा इनके बीच फ़र्क है । विश्वास के स्तर पर से आगे बढकर मानव को भगवान पर पूरा भरोसा रखना चाहिए, यह मुद्दा सद्गुरु श्रीअनिरुद्ध बापु ने अपने १९ फ़रवरी २००४ के हिंदी प्रवचन में विशद किया, जो आप इस व्हिडियो

भूकंप

भूकंप पीड़ितों के असंतोष के कारण तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन के सामने राजनीतिक संकट – अंतरराष्ट्रीय माध्यमों का अनुमान अंकारा/इस्तंबूल – भीषण प्रलयंकारी भूकंप से पीड़ीत तुर्की की जनता को सरकारी सहायता देर से पहुँचने की शिकायतें सामने आ रही हैं। कुछ हिस्सों में घायलों को मलबे से निकालने में छह दिन लग गए, ऐसी शिकायतें भी हो रही हैं। इस लापरवाही के लिए राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन की उदासीनता ज़िम्मेदार है,

पाकिस्तान से जुडी खबरें

‘सबक’ भूलकर मात्र कुछ ही घंटों बाद पाकिस्तान ने भारत से चर्चा का प्रस्ताव पीछे लिया  इस्लामाबाद – भारत से तीन युद्धों के बाद पाकिस्तान को सही सीख मिली है, ऐसा दावा करके प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने भारत को चर्चा का प्रस्ताव दिया था। लेकिन, यह युद्ध होने के कुछ दशक बाद पाकिस्तान को मिली यह सीख कुछ घंटे भी टिक नहीं पाई। क्योंकि, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय का ऐलान

भारतीय अर्थव्यवस्था

भारत पांच सालों में 475 अरब डॉलर्स निवेष आकर्षित करेगा – ‘सीआईआई-ईवाई’ की रपट का अनुमान नई दिल्ली – भारत अगले पांच सालों में करीबन 475 अरब डॉलर्स डायरेक्ट विदेशी निवेष आकर्षित कर सकता है, ऐसा अनुमान ‘सीआईआई’ (कान्फडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री) और ‘ईवाई’ द्वारा जारी रपट में दर्ज है। मौजूदा समय में भू-राजनीतिक तनाव की पृष्ठभूमि पर भी भारत में हो रहे डायरेक्ट विदेशी निवेष पर खास असर नहीं

ईरान से जुड़ा खतरा बढ़ने लगा

परमाणु कार्यक्रम पर तनाव बढ़ने की स्थिति में अमरीका और ईरान के युद्धपोत आमने-सामने वॉशिंग्टन/तेहरान – ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर जारी बातचीत स्थगित होने से अमरीका और ईरान के बीच तनाव बढ़ रहा है और इसी दौरान दोनों देशों के युद्धपोत खतरनाक तरिके से आमने-सामने आने की घटना सामने आयी है। अमरीका के ‘फिफ्थ फ्लीट’ ने इस घटना की जानकारी प्रदान की है। इसके अनुसार अमरिकी युद्धपोत होर्मूझ की

भारत और चीन

सेनाप्रमुख के लद्दाख दौरे द्वारा चीन को संदेश लडाख – नए सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने लद्दाख के चीन से सटे सीमाभाग का दौरा करके यहाँ की सुरक्षा का जायज़ा लिया। कुछ ही दिन पहले सेना प्रमुख ने यह आरोप किया था कि चीन को सीमा विवाद का हल निकालने में दिलचस्पी नहीं है और सीमा विवाद को धधकता रखने की नीति चीन ने अपनाई है। उस पृष्ठभूमि पर,

clarifies

Spirituality says that we should offer complete Sharanya (Surrender to Parmatma), but the meaning of this term is often not understood. In the Hindi discourse dated 6th October 2005, Sadguru Aniruddha (Bapu) clarifies this. Bapu says that just as we trust our own existence and do not require any proof for it, we should have trust on the existence of Parmatma, and that the Parmatma always wishes our well-being. Even during