Sadguru Shree Aniruddha’s Pitruvachan (Part 2) – 07 March 2019

हरि ॐ. श्रीराम. अंबज्ञ.

नाथसंविध्‌, नाथसंविध्‌, नाथसंविध्‌।

अभी जो मंत्रगजर हम लोग कर रहे थे - भक्तिभावचैतन्य की परिपूर्ण स्थिती, right? लेकिन है क्या यह मंत्रगजर? सबको सबकी परिभाषा चाहिए, definition चाहिए। Few things are very difficult to define, you have to understand! उनकी परिभाषा करना, व्याख्या करना, definition देना बहुत कठिन होता है, समझना बहुत मुश्किल होता है। लेकिन जानना बहोत आसान होता है।

देखिए, आजकल कितने लोग स्मार्ट फोन युज करते हैं? स्मार्ट मोबाईल्स? Almost 80%. अभी, स्मार्ट या नॉनस्मार्ट हो, मोबाईल्स सेल फोन कितने लोग युज करते हैं? देखो सभी के हाथ ऊपर हो गये।

तो apps का ज़माना है। पहले तो apps मुश्किल से बनते थे, अब तो हर कोई app बनाता है। हमें खाना खाने जाना है, हम लोग किधर जाते हैं? मोबाईल पर झोमॅटो पर जाते हैं, right? and find out which is the restaurant. कैसे आना-जाना है, क्या नज़दीक है, क्या क्या मिलता है, क्या क्या नहीं मिलता है, यह जान लेते हैं। किधर जाना है, किधर जाने के बाद कैसे जाना है, यह जानने के लिए Google map आ जाता है - चलो भाई, राईट लो, लेफ्ट लो, ऐसा करो, वैसा करो, अभी इतनी दूरी पर है , ट्रॅफिक में इतना टाईम लगेगा, right? बात करनी है, तुरन्त बात करनी है, झगड़ा भी करना है, तो मोबाईल जैसी बात नहीं। Immediate connection, Immediate connectivety. मोबाईल क्या करता है? हमें कनेक्ट करता है| हमें केमिस्ट का शॉप खोजना है, तो भी मोबाईल हमें हेल्प करता हैं। उसी मोबाईल ने मिलके केमिस्ट के शॉप से हमें कनेक्ट भी करता हैं, हम ऑर्डर प्लेस करते हैं; अगर आप के पास prescription हो तो आप भेज देते हैं, दवा आ जाती है। अगर कुछ purchase करना है, तो आप amazon पर जाईये या जितने सारे ऍप हैं वहाँ जाइए। जो आप खरीदना चाहते हो, वह कहाँ किस दाम में है, किस स्थिति में है, कैसे है, पुरानी गाड़ी देनी है, खटारा गाड़ी बेचनी है, जो भी है करना है, सबकुछ हमें फोन देता रहता है, right?

यानी आजकल क्या हो गया है, एक मोबाईल with network available। ये network available होना बहुत ज़रूरी है। network available नहीं है, तो क्या फायदा? उस टुकड़े का क्या फायदा? कुछ भी नही because then it is just a metal piece - चाहे सोने का हो, चांदी का हो, प्लॅटिनम का हो। लेकिन यह जवाब तो सारे देता हैं हमें, मार्गदर्शन भी करता है। किधर जाना है? कैसे जाना है? कौनसे हॉटेल में जाना है? कौनसा हॉस्पिटल है? किधर हॉस्पिटल है? कौनसा डॉक्टर है? किधर प्रॅक्टीस करता है? क्या प्रॅक्टीस करता है? उसकी अपॉईटमेन्ट लेनी है-नहीं लेनी है, पिक्चर के टिकीट्स बुक करने हैं, ऑनलाईन सीट रिझर्व करनी है, रेल्वे का बुकींग भी....आजकल लोकल्स का भी हो सकता है मोबाईल से, राईट?

यानी सबकुछ हमें दिखाने वाला, कैसे इस्तमाल करे किस चीज़ का यह सिखाने वाला - How to travel, कैसे हमें ट्रॅव्हलींग पर जाना है, बुकींग करना है, किस दिशा में जाना है, कार कहाँ पर मिलती है। हमें कॅब चाहिये, तो कॅब भी - Ola, Uber जो कोई भी होगी - मोबाईल से फोन करो, डायल करो, आ जाती है। यानी एक ही यंत्र है, लेकिन हमारे जीवन के बहुत सारे सवालों के जवाब हमें वहाँ मिल जाते हैं। लेकिन network नहीं है, कोई फायदा नहीं। तो हमें क्या चाहिये? network सब जगह होना चाहिये । ऐसा हो सकता है? हो सकता है....क्यो नहीं? आज नहीं तो कल, कल नहीं तो परसों, नहीं तो नरसों....सौ साल के बाद तो हो ही जायेगा।

लेकिन समझो, समुंदर में एक बोट जा रही है, say टायटॅनिक....और डूब गई। पानी में नीचे network मिलने वाला है? मोबाईल है हाथ में, तो भी किसको contact करेंगे, किसको बुलायेंगे?

So यह जो स्मार्ट फोन हैं ना, उससे भी बड़ा Universal Smartphone है यह मंत्रगजर। चाहे कहाँ भी हों हम लोग, किधर भी हों, network है ही। लेकिन जिसका यह गजर है, उसका network इतना जालीम है....‘जालीम’ is the only word, कि तुम चाहे यान से इस युनिव्हर्स के बाहर जाओ, तो वहाँ भी वह network चालू है। आप कोई स्पेशल ड्रेस पहनकर समुंदर के नीचे जाओ, तो वहाँ भी यह network available है। जहाँ ध्वनि उत्पन्न नहीं हो सकती, यानी व्हॅक्युम है, वहाँ भी यह network available है। किसलिए? वह तुम्हारे झोमॅटो-टोमॅटो से लेकर रोड़ मॅप तक सबकुछ जो कुछ है, उस जीवन के हर कार्य के लिए, हर मिन्स ‘हर’ no exception. Exception proves the rule हम लोग कहते हैं ना, वह यहाँ नहीं है। यहाँ there is no expcetion, only rule ही rule है; क्योंकि सत्ता उसकी माँ की है, माँ जगदंबा की है और चलानेवाला ‘वो’ है। तो ‘उस’का network सब जगह, सब दिशाओं में, सर्व कालों में रहता है।

दूसरी चिंता - हमारा स्मार्ट फोन ही स्पॉईल हो गया तो? खराब हो गया तो? नेटवर्क है, लेकिन मोबाईल ही खराब हो गया तो? तो  फिर problem. यहाँ वह भी problem नहीं। So हमें जानना चाहिए कि हमें एक ऐसा smart friend मिला है, जहाँ हम जाते हैं हमारे साथ रहता है। लेकिन उसको ले जाने की ज़िम्मेदारी किसकी है? ‘वह ज़िम्मेदारी भी ‘उस’की है’ यह बोलो। अगर मैं भूल गया आज जप करने के लिए, तो उस दिन रात को उससे झगड़ा करो कि ‘मैं भूल गया, तूने याद क्यों नहीं दिलाया? क्यों नहीं तूने मेरा कान पकड़ा? क्यों नहीं तूने मुझे लात मारी?’ Yes....fight with Him....that is better way out, o.k.? ज़िम्मेदारी खुद के सर पर मत लेना। क्योंकि, ‘उस’ने जब एक बार स्वीकार किया, तो किया। कोई यह चीज़ बदल नहीं सकता। तुम जितना चाहो कोशिश करके देखना।

So जान लो, यह मंत्रगजर क्या है। हमारे साथ हमेशा, हर जगह active connectivity देनेवाला This is the Best Cellphone for us, because we get connected to Him and His Mother through this. ‘वो’ और उसकी माँ जगदंबा के साथ यह मंत्रगजर हमें connection में रखता है। चाहे हम लोग सुन नहीं सकते उसकी बात, ‘वो’ हमारी बात सुनता है और उसका जवाब वो शब्दों से नहीं देता, कृति से देता है....कृति से। He is for active intervention ध्यान में रखना, these word. ये जो कोई है, ‘एक’ जो कोई है, वह किस लिए है? For active intervention. आप लोग सोचेंगे कि यह सिर्फ आशिर्वाद देगा और हम जो चाहे करेंगे? नहीं। एक बार आप लोगों ने उसे ‘अपना’ मान लिया, वह actively क्या करता है? आपके जीवन में आकर, जो करना चाहता है वह करता है। आप चाहो या ना चाहो, आपको अच्छा लगे या बुरा लगे, जो आवश्यक है ज़रूर करेगा, o.k?

So यह मंत्रगजर क्या है? ऐसा universal cell phone है, जो आपके जीवन को, पूरे जीवन को, आपके अस्तित्व को माँ जगदंबा से और उसके पुत्र से जुड़े हुए रखता है....without any network, without any money, without any charging, without any conditions. ये ध्यान में रखना, ‘वो’ ऐसा है, सब की सब बातें जानता हैं, लेकिन एक की बात दूसरे कभी नहीं बताता, जो mobile पर हो सकता है। तुमने फोन किया है, बाद में टॉयलेट गए, wife आकर देखती है, किसको फोन किया था? यह बात वो नहीं करता। So total privarcy secured. Security बोलते हैं ना आप उसको, वैसा complete security है।

तो यह मंत्रगजर ऐसा है, आज की gazette की भाषा में....हम लोग gazette की भाषा ही जानते हैं....यह ऐसा cell phone है, जो खरीदा नहीं जा सकता। वह ‘उस’ने हमें दिया हुआ है, हमें सिर्फ इस्तेमाल करना है। वह भी कैसे? इस्तेमाल करने को नहीं आता हो, तो उसे ही बोलो, ‘तू सीखा यार।’ अगर मैं सीखने में थोड़ा कम हूँ तो कहना ‘बुद्धि भी दे दे यार थोड़ी’। मानो मेरी बुद्धि भी कम है तो, ‘और भी दे दे ज्यादा यार’। फिर भी नहीं काम हुआ तो, ‘तू ही कर ले यार गजर मेरे लिए’ बोल देना। लेकिन फिर....उसके बाद ‘वो’ आकर जो करेगा, वह होना चाहिए। लेकिन सच्चे दिल से बोलो....उसकी परीक्षा लेने के लिए, उसका इम्तिहान लेने के लिए करोगे, तो वह नहीं होगा, प्यार से कहो।

एक दिन भूल गये ना (मंत्रगजर) करने को, तो दूसरे दिन या उसी रात उसे बोल देना, ‘ये क्या किया यार? मैं भूल गया। मैं तो हूँ ही ऐसा पागल। तू तो मेरा कान पकड़ सकता था ना? एक लाफा मार देता मुझे।’ o.k.? Say that. यह बात करना। So connectivity is permanent!

यह मंत्रगजर जो करता है, वह ‘उस’से प्यार करता है, उस ‘एक’ से, because connectivity is permanent. चाहे इस देह में हो या उस देह में या देह के बीच में लटके हैं, फिर भी connectivity है तो problem नहीं।

So use करेंगे? [yes DAD]

इस smart phone को? [yes DAD]

नक्की? [नक्की]

नक्की? [नक्की]

नक्की? [नक्की]

Love you all.