रशिया के आक्रमक तेवर

रशिया सीरिया में स्थित ईरानी सेना को इस्राइल की सीमा से दूर रखने की तैयारी में – इस्राइली अधिकारियों का दावा

रशिया के आक्रामक तेंवरजेरुसलेम – इस्राइल की सीमा के भूभाग से ईरान के लष्कर और ईरान समर्थक समूहों को दूर रखने की रशिया ने तैयारी शुरू की है। अगर ऐसा नहीं हुआ तो इस्राइल यहाँ पर भीषण हमले करता रहेगा और इससे सीरिया का संघर्ष अधिक तीव्र हो जाएगा ऐसी चिंता रशिया को सता रही है। इसीलिए ईरान की सीरिया में चल रही गतिविधियों को कम करने के प्रस्ताव पर रशिया इस्राइल के साथ चर्चा करने के लिए तैयार है, ऐसा दावा इस्राइली अख़बारों ने किया है। लेकिन ईरान ने सीरिया में अपनी गतिविधियां आगे भी जारी रहेंगी, ऐसा कहकर रशिया की माँग मान्य न करने के संकेत दिए हैं।

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रशिया अमरिका से यूरोप की रक्षा करेगा - रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमिर पुतिन का आश्वासन

रशिया के आक्रामक तेंवरमॉस्को – ‘फ़्रांस के राष्ट्राध्यक्ष इमैन्युअल मैक्रॉन ने यूरोप और अमरिका के बीच एकदूसरे में कुछ बंधन होने का उल्लेख किया है। यूरोप सुरक्षा के लिए अमरिका पर निर्भर है। लेकिन चिंता मत कीजिए रशिया आपकी सहायता करेगा। रशिया यूरोप को सुरक्षा देगा। कम से कम यूरोप को नया खतरा उत्पन्न नहीं होगा, इसके लिए हम पूरी कोशिश करेंगे’, इन शब्दों में रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने रशिया अमरिका से यूरोप की सुरक्षा कर सकता है, ऐसा दावा किया है। रशिया में चल रहे ‘सेंट पीटसबर्ग इंटरनेशनल इकॉनोमिक फोरम’ (एसपीआईपीएफ) में पुतिन ने यह वक्तव्य किया है।

युक्रेन का संघर्ष और ब्रिटन में स्थित भूतपूर्व रशियन जासूस पर हुआ हमला इन मुद्दों को लेकर अमरिका ने रशिया पर बड़े पैमाने पर प्रतिबन्ध लगाए हैं। दो हफ़्तों पहले ईरान के साथ किए परमाणु अनुबंध से बाहर निकलकर अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ने ईरान पर भी कठोर प्रतिबन्ध लगाने की घोषणा की है। 

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एस-४०० के बारे में भारत और रशिया के बीच चर्चा सफल

रशिया के आक्रामक तेंवरनई दिल्ली: भारत और रशिया में एस-४०० के इस हवाई सुरक्षा यंत्रणा की खरीदारी के समझौते सफल हुए हैं। इस हवाई सुरक्षा यंत्रणा की कीमत एवं अन्य मुद्दों पर सफल चर्चा हुई है और जल्द ही इस व्यवहार की घोषणा की जाएगी, ऐसी जानकारी सूत्रों ने दी है। अमरिका ने रशिया से किए जानेवाले शस्त्रास्त्र की खरीदारी पर कड़े प्रतिबंध जारी किए हैं। इसकी वजह से एस-४०० की रशिया से खरीदारी करने वाले भारत को भी अमरिका प्रतिबंध जारी कर सकता है। इस पृष्ठभूमि पर भारत और रशिया में इस व्यवहार का महत्व बढ़ रहा है।

कुछ दिनों पहले भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन से सोची शहर में मुलाकात की थी। दोनों नेताओं में हुए चर्चा की संपूर्ण जानकारी अबतक उजागर नहीं हुई है। फिर भी इस चर्चा में भारत एवं रशिया में सामरिक एवं लष्करी सहयोग का मुद्दा अग्रणी पर था, ऐसा कहा जा रहा है। अमरिका ने रशिया पर जारी किए प्रतिबंधों का झटका नहीं लगेगा, ऐसे रुप से दोनों देशों के सहयोग विकसित करने पर दोनों देशों के नेताओं ने उस समय विचार किया है, ऐसी जानकारी माध्यमों ने दी है। तथा इसके बारे में भारत एवं रशिया की चर्चा पूर्ण होने की बात वायु सेना के अधिकारियों ने कही है।

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बचावात्मक और एकतरफा आर्थिक नीतियों के कारण दुनिया ने आज तक नहीं देखा हुआ आर्थिक संकट सर पर - रशिया के राष्ट्राध्यक्ष पुतिन की चेतावनी

रशिया के आक्रामक तेंवरसेंट पीट्सबर्ग: ‘दुनिया ने आज तक देखा नहीं ऐसा भीषण आर्थिक संकट सामने खड़ा है| एकतरफा नीतियों के कारण यह समय देखना पड रहा है| यथाक्रम बचावात्मक वित्तिय नीतियों का पुरस्कार करते हुए व्यापारी सहयोग तोडे जार रहे है| नियम तोडना यहीं अब नया नियम बन चुका है’, ऐसा कहते हुए रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमिर पुतिन ने अमरिका के नीतियों पर कड़ी आलोचना की| राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने सीधा नाम न लेते हुए अन्य देशों पर प्रतिबंध लगाने वाले अमेरीकी राष्ट्राध्यक्ष के फैसलों पर कठोर शब्दों में प्रहार किया|

रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने अमरिका के नीतियों पर टीका करते हुए, ‘बहुराष्ट्रीय सहयोग विकसित करने के लिए बहूत समय लगता है| लेकिन अभी के काल में इन सहयोग को आगे नहीं किया जाता| इसके पिछे सुनियोजित लेकिन विघातक वित्तिय नीति है’, ऐसा दावा किया| राष्ट्राध्यक्ष पुतिन रशिया में शुरू ‘सेंट पीट्सबर्ग इंटरनॅशनल इकॉनॉमिक फोरम’ (एसपीआयपीएफ) में बोल रहे थे| अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष ने रशिया और ईरान पर कडे प्रतिबंध लगाते हुए इन देशों से व्यापारी और सैनिकी सहयोग करनेवाले देशों को भी अमरिका के प्रतिबंधों का सामना करना पडेगा, ऐसा धमकाया है|

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