रामभरोसे इस शब्द का अर्थ (The Meaning of the word Ramabharose)

सद्‍गुरु श्री अनिरुद्ध बापू ने ४ फरवरी २०१६ के प्रवचन में ‘रामभरोसे इस शब्द के अर्थ’ के बारे में बताया।

अभी आप बहोत सारे बच्चे एक्झाम में जाने वाले हैं, अरे बापरे! कौनसा क्वेश्चन (Question) आयेगा मालूम नहीं, क्या होगा मालूम नहीं? डरने की ज़रूरत नहीं। राम का नाम लीजिये, नहीं तो आपका अगर गुरु साईनाथ है, आप साईनाथ को मानते हैं, स्वामीसमर्थ को मानते हैं, उनका नाम लीजिये और बिनधास्त जाइए एक्झाम में। हम लोग एक शब्द हमेशा सुनते हैं, ‘रामभरोसे’। राईट! तो हमें लगता हैं कि रामभरोसे यानी सब कुछ छोड़कर कैसे भी। चलो, मैंने कुछ जाने बिना कर दिया, उसे बोलता हूँ रामभरोसे। वो मतलब नहीं है, रामभरोसे यानी राम पर भरोसा रखकर, शाश्वत भरोसा रखकर पूरे विश्वास के साथ कि राम मेरा भय दूर करने वाला ही है यह जानकर, इस विश्वास के साथ जो हम पहला कदम उठाते हैं कार्य करने के लिये, उसे कहते हैं रामभरोसे।

लेकिन हम लोगों ने इस शब्द का इतना दुरुपयोग किया है अबतक कि रामभरोसे शब्द का अर्थ क्या हो गया है? रामभरोसे यानी कुछ जाने बिना कैसे भी चलो ठोक देना, जैसे हम फिल इन द ब्लँक ठोक देते हैं, मॅच द फॉलोइंग ठोक देते हैं राईट, वैसे ठोक देना ये रामभरोसे काम नहीं हैं। रामभरोसे यानी अपनी तैयारी करने के बाद राम पर भरोसा रखकर। राम कभी धोखा नहीं देता क्योंकि एकवचनी है, एकबाणी है, एकपत्नी है और उसी ने, उस श्रीरामजी ने भरोसा दिया है कि ‘जो भी मेरा सुमिरन करता है, जो भी मेरे नाम का उच्चारण करता है, उसके पीछे मैं खड़ा रहता हूँ।’ राम का बाण रखने का जो अस्त्र ये है उसे क्या कहते है? भाता कहते हैं, उसे क्या कहते है? अक्षय भाता, ना कभी उस में बाण कभी खत्म नहीं होते, शर कभी खत्म नहीं होते। तो आप के खिलाफ जो भी कोई आ रहा है, राम उसे बाण मारने के लिये तैयार है और उसके पास जो बाण है वो कभी खत्म नहीं होनेवाला हैं, ये भरोसा रखकर। ऐसा मत सोचो कि एक करोड बार रामनाम लेने के बाद ये राम मेरी सहायता करेगा, गलत!

‘रामभरोसे इस शब्द के अर्थ’ के बारे में हमारे सद्गुरु श्री अनिरुद्ध बापू ने प्रवचन में बताया, जो आप इस व्हिडिओ में देख सकते हैं।

ll हरि: ॐ ll ll श्रीराम ll ll अंबज्ञ ll