चीन की आक्रामकता के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय समुदाय सक्रिय

चीन का खतरा बढ़ते समय, जापान-इंडोनेशिया रक्षा सहयोग समझौता

‘साऊथ चायना सी क्षेत्र मे ताकत का इस्तेमाल करके एकतरफ़ा बदलाव करने के लिए लगातार जारी कोशिशें चिंताजनक साबित होती हैं। जापान और इंडोनेशिया इन दोनों देशों को इस मामले में प्रतीत हो रही चिंता एकसमान है’, ऐसा जापान के विदेश मंत्रालय ने कहा है। दोनों देशों के विदेश मंत्री और रक्षा मंत्रियों में हुई ‘टू प्लस टू’ चर्चा के दौरान, जापान के विदेश मंत्रालय ने ठेंठ नामोल्लेख टालकर, चीन से होनेवाला खतरा अधोरेखांकित किया। इस टू प्लस टू चर्चा के बाद जापान का इंडोनेशिया के साथ रक्षासामग्री और अत्याधुनिक तंत्रज्ञान की सप्लाई करने के संदर्भ में ऐतिहासिक समझौता संपन्न हुआ।

आगे पढे : http://www.newscast-pratyaksha.com/hindi/japan-indonesia-defense-cooperation-agreement-while-china-threat-increases/ अमरीका चीनी उत्पादनों पर लगाया हुआ कर नहीं हटाएगी – अमरिकी प्रतिनिधि का दावा

अमरीका के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प के कार्यकाल में चीन के उत्पादनों पर लगाए गए कर नहीं हटाए जाएँगे, ऐसा दावा अमरीका के व्यापार प्रतिनिधियों ने किया है। चीन पर लगाए गए कर हटाने पर अमरीका की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुँच सकता है, ऐसा इशारा भी अमरिकी व्यापार प्रतिनिधि कैथरीन ताई ने दिया है। बायडेन प्रशासन द्वारा चीन को लेकर नरम नीति अपनाने के संकेत प्राप्त हो रहे हैं और ऐसे में व्यापार युद्ध के मुद्दे पर अपनाई गई भूमिका ध्यान आकर्षित कर रही है।

आगे पढे : http://www.newscast-pratyaksha.com/hindi/america-not-remove-tax-imposed-on-chinese-products/ ताइवान का दौरा करके पलाऊ के राष्ट्राध्यक्ष का चीन के दबावतंत्र को ज़ोरदार प्रत्युत्तर

पलाऊ ताइवान के साथ संबंध तोड़ दें, इसलिए चीन द्वारा ‘कॅरट ऍण्ड स्टिक पॉलिसी’ अर्थात् ‘दाम और दंड’ इस नीति का इस्तेमाल किया जा रहा है। लेकिन चीन के इस दबाव के बावजूद भी पलाऊ ताइवान के साथ संबंध कभी भी नहीं तोड़ेगा, ऐसा यकीन पलाऊ के राष्ट्राध्यक्ष सुरंगेल व्हिप्स ने दिलाया। राष्ट्राध्यक्ष व्हिप्स पलाऊ के प्रतिनिधिमंडल समेत ताइवान के दौरे पर हैं। इस दौरे में, पलाऊ में नियुक्त अमरिकी राजदूत भी प्रतिनिधिमंडल समेत ताइवान के दौरे पर हैं। पलाऊ के राष्ट्राध्यक्ष का ताइवान दौरा और उसमें अमरिकी राजदूत का समावेश ये बातें चीन की विस्तारवादी नीति को लगाई फटकार मानी जाती हैं।

ऑस्ट्रेलिया से नजदीक होने वाला छोटा द्वीप देश ऐसी पलाऊ की पहचान है। इस देश की आबादी महज़ २१ हज़ार ६०० इतनी है ।

आगे पढे : http://www.newscast-pratyaksha.com/hindi/president-of-palau-strong-response-to-china-pressure-by-visiting-taiwan/ चीन के साथ बढ़ रहे तनाव की पृष्ठभूमि पर तैवान ने शुरू किया ‘लौंग रेंज मिसाइल’ का उत्पादन

तैवान ने कुछ दिन पहले ही यह दावा किया था कि, चीन ने युद्ध की तैयारी की है। इस पर तैवान ने अपनी तैयारी और क्षमता बढ़ाने की शुरूआत की है। तैवान ने स्वदेशी ‘लौंग रेंज मिसाइल’ का बड़ी मात्रा में निर्माण शुरू किया है। तैवान के रक्षामंत्री चिऊ कुओ-शेंग ने यह जानकारी साझा की। तैवान ने तीन स्वदेशी मिसाइल विकसित करने की गतिविधियों को गति प्रदान की है, ऐसा कहा गया है। इसी बीच तैवान की समुद्री सीमा सुरक्षित रखने के लिए अमरीका के तटरक्षक बल के साथ जल्द ही सहयोग बढ़ाने के लिए समझौता किया जाएगा, यह जानकारी भी तैवान के विदेशमंत्री ने प्रदान की है।

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