चीन का खतरा बढ़ा

तैवान के बाद चीन अन्य एशियाई देशों पर कब्जा करेगा – तैवानी राष्ट्राध्यक्षा की चेतावनी

तैपेई: ‘राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग इनके नेतृत्व में चीन से तैवान के लिए बना लष्करी खतरा हर दिन बढ रहा है| आज चीन अपने लष्करी सामर्थ्य के बल पर तैवान पर कब्जा करने की कोशिश कर रहा है| इसके बाद एशिया के अन्य देशों पर भी इसी खतरे का सामना करने की नौबत आ सकती है| जो भी कोई देश चीन के सामने घुटने टिके गा नही उन एशियाई देशों को तैवान के जैसे ही चीन से लष्करी खतरा बन सकता है|’, यह चेतावनी तैवान की राष्ट्राध्यक्षा त्साई ईंग वेन इन्होंने दी है| चीन से बढ रहा लष्करी खतरा रेखांकित करने के लिए तैवान की राष्ट्राध्यक्षा न अपने पडोसी एशियाई देशों को सतर्क किया है|

तैवान में राष्ट्राध्यक्षीय चुनाव निकट आ रहे है और तैवान में चीन समर्थक विपक्षी गुट राष्ट्राध्यक्षा त्साई इनकी सरकार पर जोरदार आलोचना कर रहे है| चीन ने भी राष्ट्राध्यक्ष त्साई इन्हें सत्ता से बाहर निकालने के लिए जोर की कोशिश शुरू की है और चीन की जिनपिंग संरकार ने सियासी, आर्थिक और लष्करी बल का इस्तेमाल शुरू किया है, ऐसा आरोप हो रहा है| दो दिनों पहले राष्ट्राध्यक्ष त्साई इन्होंने अमरिका की चोटी की वृत्तवाहिनी को दी हुई मुलाकात में चीन की बढती लष्करी आक्रामकता को लेकर एशियाई और पश्‍चिमी देशों को चेतावनी दी|

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‘साउथ चाइना सी’ में शुरू अमरिका-चीन विवाद से जागतिक संघर्ष भडकेगा – आग्नेय एशियाई नेता और विश्‍लेषकों का इशारा

म्युनिक/मनिला: ‘साउथ चाइना सी’ का लष्करीकरण करके चीन ने दिखाई आक्रामकता और इसके जवाब में अमरिका ने इस समुद्री क्षेत्र में बढाई तैनाती की वजह से इन दोनों देशों में तनाव चरम स्तर पर पहुंच कर आनेवाले समय में नया जागतिक संघर्ष भडक सकता है’, ऐसा इशारा आग्नेय एशिया के नेता और विश्‍लेषक दे रहे है| इस संघर्ष की भीषन किमत चुकानी पड सकती है, ऐसी चिंता सिंगापूर के रक्षा मंत्री ने जताई है|

‘साउथ चाइना सी’ में समुद्री यातायात की आजादी और कृत्रिम द्विपों का लष्करीकरण इन दो मुद्दों पर म्युनिक में योजित बैठक में बातचीत हुई| इस दौरान सिंगापूर के रक्षा मंत्री ‘ने इंग? हेन’ इन्होंने यह कहा है की, ‘साउथ चाइना सी’ में तनाव धधक रहा है|’ इस समुद्री क्षेत्र के द्विपों पर चीन ने जताया हक, नई बात नही है, ऐसा हेन इन्होंने कहा| लेकिन, इन द्विपोंपर चीन ने शुरू की हुई लष्करी गतिविधियां वहां पर बना तनाव बढा रही है, ऐसी आलोचना हेन इन्होंने की|

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चीन के विरोध में अमरिका ‘एक्ट फर्स्ट’ की तैयारी रखे – अमरिकी नौसेना अधिकारियों की मांग

वाशिंगटन – साउथ चाइना सी के बारे में अमरिका की नीति आजतक बचावात्मक थी| पर इस सागरी क्षेत्र में तथा इसके पार इंडो-पैसेफिक क्षेत्र में चीन की बढ़ती गतिविधियों की पृष्ठभूमि पर अमरिका अपने बचावात्मक नीति का त्याग करें और अब अमरिका आक्रामक नीति का स्वीकार करके साउथ चाइना सी के क्षेत्र में ‘ऍक्ट फर्स्ट’ की तैयारी रखें, ऐसी मांग अमरिका के नौसेना अधिकारी ने की है| तथा अमरिका के विमानवाहक युद्धनौकाओं को जल समाधि देने की धमकी देनेवाले चीन पर अमरिका मिसाइलों का हमला शुरू करें, ऐसा भी अधिकारी सुझा रहे हैं|

अमरिका में एक संकेतस्थल ने प्रसिद्ध की एक खबर में नौसेना अधिकारी चीन विरोध में अमरिका के पारंपरिक भूमिका में बदलाव करने की मांग कर रहे हैं| साउथ चाइना सी के क्षेत्र में अमरिका के हितसंबंधों को चीन के ‘पीपल्स लिबरेशन आर्मी’ से बहुत बड़ा खतरा है| जापान से तैवान, फिलिपाईन्स और इंडोनेशिया इन देशों के घेरे में होनेवाले अमरिका के जगह एवं नागरिकों की सुरक्षा संकट में होने की चेतावनी अमरिका के इंडो-पैसिफिक कमांड के प्रमुख एडमिरल डेविडसन ने दी है|

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