खाड़ी क्षेत्र में संघर्ष की संभावना बढ़ी

गाझापट्टी में इस्राइल का ‘स्पेशल ऑपरेशन’ कार्यवाही में हमास के कमांडर सहित ७ लोग ढेर 

खाड़ी क्षेत्र में संघर्ष की संभावना बढ़ी

जेरूसलेम – इस्राइली सेना की विशेष दलों ने रविवार रात गाझापट्टी में घुंसकर की कारवाई में हमास के वरिष्ठ कमांडर सहित ७ लोग ढेर हुए। दो घंटो से अधिक लंबी चली इस कार्यवाही में इस्राइली स्पेशल फोर्सेस का एक जवान भी मारा गया। इस्राइल की सुरक्षा के लिये यह कार्यवाही अत्यंत जरुरी थी, यह दावा इस्राइल के रक्षादलप्रमुख जनरल गादी एश्केनॉत इन्होंने किया है। इस्राइल की इस कार्यवाही के बाद गाझापट्टी से हमास ने इस्राइली सरहद में १७ राकेट हमले किये।

रविवार रात गाझापट्टी के खान युनूस और नजदिकी क्षेत्र में इस्राइली सेना की स्पेशल फोेर्सेस ने यह कार्यवाही की। इस्राइली स्पेशल फोर्सेस के जवान कौन से हिस्से से गाझापट्टी में दाखिल हुए, इसकी जानकाही घोषित नही हुई है। लेकिन इस्राइली जवानों ने इस क्षेत्र में हमास के ठिकानों पर कार्यवाही की। इस दौरान हमास के हथियारबंद ‘अल कासेम ब्रिगेड’ संगठन का प्रभावी कमांडर नूर बराका ढेर हुआ। हमास के आतंकी और इस्राइल जवानों के बीच हुए संघर्ष में हमास के छह आतंकी मागे गये है और साथ ही इस्राइली सेना का वरिष्ठ अधिकारी की जान गई।

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ईरानी ‘ऑइल टैंकर्स’ की सुरक्षा के लिये रक्षादल सज्ज – ईरानी अधिकारीयों की गवाही

तेहरान/वॉशिंग्टन – ‘ईरान की ऑइल टैंकरों की किसी भी प्रकार के खतरों से रक्षा करने के लिये ईरान की रक्षादलें पहले के भांती ही तैयार है| इस कारण ईरान के टैंकर्स विश्‍व की किसी भी सागरी मार्ग से बेझिझक सफर कर सकते है’, ऐसी गवाही ईरान के उच्चस्तरीय लष्करी अधिकारी ने दी है| पिछले हफ्ते में ही अमरिका ने ईरान के ऑइल टैंकर को लक्ष्य करने की चेतावनी दी थी| ईरानी अधिकारी ने किया यह दावा अमरिका की इसी चेतावनी को जवाब है, दृष्टी से देखा जा रहा है|

अमरिका ने नवंबर के पहले हफ्ते में ईरान की इंधन निर्यात को लक्ष्य करने के लिये नये प्रतिबंध घोषित किये थे| लेकिन इसके बाद भी चीन, रशिया, युरोप के साथ कुछ एशियाई देश ईरान से इंधन खरिदी जारी रखने पर कायम है| ईरान ने भी अपनी निर्यात शुरू रखने के लिये सैटेलाईट ट्रांन्सपोंडर्स बंद करके अन्य विकल्प ढुंढ कर इंधन की निर्यात शुरू रखने की कोशिश शुरू की है| इस कारण अब अमरिका अधिक आक्रामकता से ईरान से इंधन खरिदी कर रहे देशों को भयानक संकट का सामना करना होगा, ऐसे डरा रहा है|

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इजिप्त में ईरान के विरोध में ‘अरब शिल्ड’ युद्धाभ्यास शुरू

खाड़ी क्षेत्र में संघर्ष की संभावना बढ़ी

कैरो – नाटो की पृष्ठभूमि पर बनाई गई ‘अरब नाटो’ संगठन के सदस्य देशों का युद्धाभ्यास इजिप्त में शुरू हुआ है। इन देशों का यह सबसे बडा युद्धाभ्यास है, ऐसा माना जा रहा है। दो हफ्ते के इस युद्धाभ्यास की माध्यम से अरब देश खाडी क्षेत्र में प्रभाव बढाने की कोशिष में रहे ईरान को चेतावनी दी जा रही है, ऐसा दावा हो रहा है। अरब देशों की इस युद्धाभ्यास पर ईरान के समर्थक माध्यम एवं विश्‍लेषक आलोचना कर रहे है।

इजिप्त की सेनाने प्रसारित की जानकारी के अनुसार, ‘अरब नाटो’ देशों का ‘अरब शिल्ड १’ युद्धाभ्यास दो हफ्ते शुरू रहेगा। इजिप्त के साथ सऊदी अरेबिया, संयुक्त अरब अमिराती, कुवैत, बाहरिन और जॉर्डन इन पांच अरब देशों की सेना, वायु सेना और नौदल इस युद्धाभ्यास में शामिल हुए है। इस के साथ ही लेबेनॉन और ओमान के सेना अधिकारि इस युद्धाभ्यास के लिये बतौर निरिक्षक उपस्थित है। पिछले कुछ वर्षों से इजिप्त इन अरब देशों के साथ युद्धाभ्यास कर रहा है। लेकिन इस वर्ष पहिली बार छह अरब देश एक होकर अपने सामर्थ्य का प्रदर्शन कर रहे है।

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