सुदीप प्रज्वलन करने संबंधी सूचना

Sudeep

हरि ॐ,

सद्‌गुरु श्रीअनिरुद्धजी के कृपा-आशीर्वाद से और उन्हीं के मार्गदर्शन के अनुसार श्रद्धावान भक्तिमार्ग पर अपना सर्वांगीण विकास कराते रहते हैं। सद्गुरु श्री अनिरुद्धलिखित ‘श्रीमद्पुरुषार्थ ग्रंथराज’ तृतीय खण्ड ‘आनन्दसाधना’ के ‘आचमन-१२२’ में, परमात्मा को पसन्द होनेवालीं नौं बूँदों के बारे में जो वर्णन किया गया है, उसके ८ वें मुद्दे में कहा गया है - ‘८) श्रीमद्पुरुषार्थ ग्रंथराज के समीप प्रज्वलित किये जानेवाले दीपक के तेल, घी तथा मोम की बूँदें।’

प्रकाशमान् देवयान पथ पर चलनेवाले श्रद्धावान भक्त को, गृहस्थी में समय समय पर विभिन्न बातों की ज़रूरत पड़ती रहती है, अपनी कुछ इच्छाओं को भगवान पूरीं करें ऐसा भी उसे लगता है; जन्मदिन, विवाहदिन आदि जैसे विशेष दिनों पर चण्डिकाकुल के पास अंबज्ञता व्यक्त करने की इच्छा होती है; वहीं, कभी कभार जीवन में आनेवालीं कुछ मुश्किलें, संकट आदि को मात देने के लिए, कुछ संकल्पयुक्त साधनों का आचरण करने की आवश्यकता भी उसे प्रतीत होती है।

भक्तिभाव चैतन्य में रहनेवाले श्रद्धावान भक्त, ‘अपना अभीष्ट हों’ इसके लिए श्री अनिरुद्धजी के मार्गदर्शन के अनुसार उपलब्ध रहनेवाले आध्यात्मिक मार्ग, जैसे कि - श्रीस्वस्तिक्षेम संवाद, विविध स्तोत्र पठण, याग, पूजन इनका प्रेमपूर्वक, श्रद्धापूर्वक और स्व-इच्छा से अनुसरण करते रहते हैं।

श्रद्धावान भक्तों के लिए एक ऐसा ही सुन्दर प्रकाशमय मार्ग खुला हुआ है और वह मार्ग है - ‘सुदीप प्रज्वलित करना’। आज तक ये सुदीप श्रीहरिगुरुग्राम, विभिन्न तीर्थक्षेत्र और उपासना केंद्र यहाँ पर प्रज्वलित करने का प्रबन्ध किया गया था। लेकिन इच्छा होने के बावजूद भी हर कोई, हर बार इन स्थानों पर जाकर सुदीप प्रज्वलित कर सकेगा ही, ऐसा नहीं है; और इसीलिए अब श्रद्धावानों की सुविधा के लिए सद्‌गुरु श्री अनिरुद्धजी के संकल्प के अनुसार, यही सुदीप अब हर श्रद्धावान अपने अपने घर में भी प्रज्वलित कर सकता है।

घर में इन सुदीपों को प्रज्वलित करते समय, मोठी आई (माँ चंडिका) महिषासुरमर्दिनी, श्रीत्रिविक्रम तथा सद्गुरु की प्रतिमा अथवा मूर्ति इनके सामने भी ये सुदीप श्रद्धावान लगा सकते हैं। सुदीप प्राप्त करने के लिए श्रद्धावान अपने अपने उपासना केंद्र से संपर्क करें।

यदि किसी कारणवश उपासना केंद्र पर सुदीप उपलब्ध ना हों, तो केंद्रीय केंद्र संपर्क समिति (CCCC) तथा स्थानीय ज़िला समिति (Local District Team) से भी संपर्क करें।

श्रद्धावानों के लिए निम्नलिखित सुदीप उपलब्ध हैं।

१. स्वेच्छासंकल्प सुदीप २. इच्छापूर्ति सुदीप ३. बाधानिवारक सुदीप ४. पीडानाशक सुदीप ५. दर्शन सुदीप ६. जन्मदिन सुदीप

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हरि ॐ,

सद्‌गुरु श्रीअनिरुद्धांच्या कृपा-आशीर्वादाने व मार्गदर्शनानुसार श्रद्धावान भक्तिमार्गावर आपला सर्वांगीण विकास घडवून आणत असतात. सद्गुरु श्री अनिरुद्धलिखित श्रीमद्पुरुषार्थ ग्रंथराज तृतीय खण्ड आनन्दसाधना यातील आचमन १२२ मध्ये परमात्म्यास आवडणार्‍या नऊ प्रकारच्या थेंबांबद्दल सांगताना त्यातील ८व्या मुद्द्यामध्ये म्हटले आहे - ‘८) श्रीमद्पुरुषार्थ ग्रंथराजासमीप प्रज्वलित केलेल्या दीपातील तेलाचे, तुपाचे व मेणाचे थेंब.’

प्रकाशाच्या देवयान पथावर चालणार्‍या श्रद्धावान भक्तास प्रपंचात वेळोवेळी अनेक गोष्टींची गरज पडत असते, आपल्या काही इच्छा भगवंताने पूर्ण कराव्या असेही त्याला वाटत असते, जन्मदिन, विवाहदिन वगैरेंसारख्या विशेष दिनी चण्डिकाकुलापाशी अंबज्ञता व्यक्त करावीशी वाटत असते, तर कधी प्रसंगवश आयुष्यात येणार्‍या काही अडचणी, संकटे आदिंवर मात करण्यासाठी संकल्पयुक्त काही साधन आचरण्याची आवश्यकता त्याला वाटत असते.

भक्तिभाव चैतन्यात राहणारे श्रद्धावान भक्त आपले अभीष्ट होण्यासाठी सद्गुरु श्री अनिरुद्धांच्या मार्गदर्शनानुसार उपलब्ध असलेले आध्यात्मिक मार्ग, उदाहरणार्थ - श्रीस्वस्तिक्षेम संवाद, विविध स्तोत्र पठण, याग, पूजन आदि मार्गांचे प्रेमाने, श्रद्धेने व स्वेच्छेने अनुसरण करतात.

श्रद्धावान भक्तांसाठी असाच एक सुन्दर प्रकाशमय मार्ग खुला झाला आहे आणि तो मार्ग आहे ‘सुदीप लावणे’. आजपर्यंत हे सुदीप श्रीहरिगुरुग्राम, विविध तीर्थक्षेत्रे व उपासना केंद्रे येथे लावण्याची सोय करण्यात आली होती. पण प्रत्येकाला इच्छा असूनही दर वेळेस या स्थानी जाऊन सुदीप प्रज्वलित करता येतातच असे नाही आणि म्हणूनच आता श्रद्धावानांच्या सोयीसाठी सद्‌गुरु श्री अनिरुद्धांच्या संकल्पानुसार हेच सुदीप आता प्रत्येक श्रद्धावान आपापल्या घरीही लावू शकतात.

घरी हे सुदीप लावताना मोठी आई महिषासुरमर्दिनी, श्रीत्रिविक्रम व त्याचबरोबर सद्गुरुंची प्रतिमा अथवा मूर्ती यांच्यासमोरही हे सुदीप श्रद्धावानांनी लावावेत. श्रद्धावानांनी आपापल्या उपासना केंद्रावर सुदीप मिळण्यासाठी संपर्क साधावा.

काही कारणाने उपासना केंद्रावर सुदीप उपलब्ध नसतील, तर केंद्रीय केंद्र संपर्क समिती (CCCC) आणि त्याचबरोबर स्थानिक जिल्हा समिती (Local District Team) ह्यांच्याशी संपर्क साधावा.

खाली नमूद केलेले सुदीप श्रद्धावानांसाठी उपलब्ध आहेत.

१. स्वेच्छासंकल्प सुदीप २. इच्छापूर्ती सुदीप ३. बाधानिवारक सुदीप ४. पीडानाशक सुदीप ५. दर्शन सुदीप ६. जन्मदिन सुदीप

।। हरि ॐ ।। श्रीराम ।। अंबज्ञ ।। नाथसंविध् ।।