अफगान शांती प्रक्रिया और हिंसा का दौर

अफ़गानिस्तान में तालिबान के हमलों में ३२ सैनिक मारे गए

काबुल – तालिबान ने एक ही रात में अफ़गानिस्तान के दस से अधिक ज़गहों पर किए हमलों में सुरक्षा बल के ३२ सैनिक मारे गए। इन हमलों की ज़िम्मेदारी स्वीकारके तालिबान ने इस जंग के बुनियादी कारणों पर बातचीत के बगैर यह हमले बंद नहीं होंगे, यह ऐलान किया है। 

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अफ़गान शांति प्रक्रिया पर भारत और अमरीका की हुई व्यापक चर्चा

नई दिल्ली – अमरीका ने अफ़गानिस्तान के लिए नियुक्त किए हुए विशेषदूत ज़ल्मे खलिलज़ाद ने भारत के विदेशमंत्री एस.जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवल से भेंट की। इस दौरान दोनों देशों के बीच व्यापक चर्चा होने की जानकारी अमरिकी विशेषदूत ज़ल्मे खलिलज़ाद ने साझा की। 

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अफ़गान-तालिबान शांतिवार्ता की पृष्ठभूमि पर नया संघर्ष

काबुल – अफ़गानिस्तान की सरकार और तालिबान के बीच शनिवार से शुरू हुई शांतिवार्ता की पृष्ठभूमि पर देश में नया संघर्ष भड़क उठा है। अफ़गानिस्तान के लगभग १८ प्रांतों में अफ़गान सेना और तालिबान के बीच संघर्ष हो रहा है और २० तालिबानी आतंकी मार गिराए जाने की जानकारी सूत्रों ने साझा की। इसकी वजह से शांतिवार्ता के बाद भी देश में जारी हिंसा को लेकर सवाल उठ रहे हैं।

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अफ़गानिस्तान की भूमि का इस्तेमाल भारत विरोधी गतिविधियों के लिए नहीं होना चाहिए – भारतीय विदेशमंत्री का इशारा

दोहा – अफ़गानिस्तान की गनी सरकार और तालिबान के बीच कतार में शनिवार से ऐतिहासिक शांतिवार्ता शुरू हुई। इस शांतिवार्ता से अफ़गान सरकार और तालिबान के बीच बीते दो दशकों से जारी संघर्ष को विराम लगेगा, ऐसा विश्‍वास अमरीका के विदेशमंत्री माईक पोम्पिओ ने व्यक्त किया है। 

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